जिले में असमान मानसूनी बारिश होने से बुवाई भी चौतरफा नहीं हो पाई है। कृषि विभाग के निर्धारित लक्ष्य से अभी तक बुवाई 13.27 प्रतिशत दूर है।
यानि अभी विभाग बुवाई के 86.73 लक्ष्य को छू पाया है। इस वर्ष विभाग ने 1 लाख 95 हजार 825 हैक्टेयर भूमि में खरीफ की फसलों का बुवाई का लक्ष्य रखा है, जिसमें से अभी तक किसानों ने 1 लाख 69 हजार 845 हैक्टेयर भूमि में ही बुवाई की है।
कृषि अधिकारियों की मानें तो जिले में मानसूनी बारिश तो आ रही है, लेकिन कहीं पर अधिक तो कहीं पर कम बारिश हो रही है।
बाजरे की बुवाई सर्वाधिक प्रभावित
जिले में बारिश समान नहीं होने से बाजरे की बुवाई पर अधिक असर रहा है। बाजरे की बुवाई लक्ष्य से 14 हजार 500 हैक्टेयर दूर है।
मूंगफली की बुवाई का लक्ष्य जरूर लगभग पूरा हो गया। यानि इसका लक्ष्य 15 हजार हैक्टेयर था, जबकि किसानों ने 14 हजार 500 हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई कर ली है।
इसका मुख्य कारण है कि मूंगफली की 95 प्रतिशत बुवाई नांगलराजावतान, लालसोट व रामगढ़पचवारा तहसील क्षेत्रों में की जाती है।
यहां पर किसानों ने इसकी बुवाई बारिश से पहले ही कर ली। हालांकि ढाई हजार हैक्टेयर तिल, 3 हजार हैक्टेयर ग्वार का लक्ष्य भी पूरा नहीं हुआ। इसके अलावा अन्य फसलों की बुवाई भी लक्ष्य के मुताबिक नहीं हो पाई।