
पीकेसी ईआरसीपी का पहला चरण चार साल में पूरा होगा। इस पहले चरण में नवनेरा बैराज से बीसलपुर और ईसरदा तक पानी लाया जाएगा। जल संसाधन विभाग एक कंपनी को काम भी सौंप दिया है। इसके तहत रामगढ़ बैराज नहलपुर बैराज, नौनेरा में नहरी तंत्र और पम्पिंग स्टेशन, मेज नदी पर पम्पिंग स्टेशन बनाया जाएगा।
साथ ही 2.6 किलोमीटर लंबी नल भी तैयार की जाएगी, जो 12 नीटर चौड़ी होगी। मेज नदी से गलवा नदी के बीच इन्द्रगढ़ की पहाड़ियां आ रही है। इसी में से टनल बनाई जाएगी। इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत करीब 9600 करोड़ रुपए आंकी ई है। बताया जा रहा है कि गलवा बांध से ईसरदा तक 30 किलोमीटर, गलवा बांध से बीसलपुर तक 60 किलोमीटर लंबी नहर बनाई जाएगी। बीसलपुर बांध में 11.2 टीएमसी और ईसरदा में 10.5 टीएमसी पानी दिया जाएगा। वर्ष 2028 तक प्रोजेक्ट पूरा होगा।
कोटा, बूंदी, टोंक, जयपुर, सवाईमाधोपुर, दौसा, अजमेर जिले के लोग लाभान्वित होंगे।
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सरकार दूसरे चरण पर भी होमवर्क कर रही है। इनमें कौनसे जिलों को जोड़कर काम शुरू करने का प्लान बनाया जाए। यहां भी काम पहले चरण के बीच ही शुरू किया जाएगा।
Updated on:
14 Jul 2024 02:30 pm
Published on:
14 Jul 2024 09:07 am
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