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राजस्थान में इस बीमारी ने बरपाया कहर : चपेट में आ रहे बच्चे से बुजुर्ग तक, अस्पतालों में लगी कतारें, चिकित्सा विभाग की उड़ गई नींद…

सरकारी अस्पताल के साथ निजी अस्पतालों में भी मरीजों की लाइन लगी है। एसएमएस अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार लग रही है।

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जयपुर। प्रदेश में बारिश के बीच अब मौसमी बीमारियां बढ़ गई है। लगभग हर घर में कोई न कोई व्यक्ति मौसमी बीमारियों की चपेट में है। सबसे ज्यादा डेंगू व मलेरिया के मामले बढ़ने लगे है। इसके साथ वायरल इन्फेक्शन के मरीजों में भी इजाफा हो रहा है। सरकारी अस्पताल के साथ निजी अस्पतालों में भी मरीजों की लाइन लगी है। एसएमएस अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार लग रही है।

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पिछले साल से ज्यादा बढ़ेगा डेंगू…

इस साल की तुलना अगर पिछले साल से करे तो डेंगू तेजी से अपने पैर पसार रहा है। पिछले साल इस अवधि तक करीब तीन हजार डेंगू के केस आए थे। जबकी इस साल 5 सितंबर तक डेंगू के दो हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके है। जबकी अभी बारिश का दौर जारी है। ऐसे में अभी लोग डेंगू—मलेरिया की चपेट में ज्यादा आएंगें।

मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले भी आ रहे..

इस तरह मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले भी सामने आ रहे है। मलेरिया के अब तक 753 केस सामने आ चुके है। इसके अलावा चिकनगुनिया के 98 केस सामने आ चुके है।

अलर्ट मोड पर आए अस्पताल..

चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने डेंगू—मलेरिया व अन्य बीमारियों को लेकर समीक्षा की है। हालांकि डॉक्टर्स ने उन्हें बताया है कि स्थिति कंट्रोल में है। लेकिन बढ़ते मामलों को देखते हुए मंत्री ने सभी चिकित्साधिकारियों को अलर्ट मोड पर काम करने के लिए कहा है। ताकी अस्पतालों में मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

जयपुर में इन अस्पतालों में लगी कतारें…

राजधानी में एसएमएस अस्पताल से लेकर जेके लोन, गणगौरी, कांवटिया सहित निजी अस्पतालों में रोजाना डेंगू व मौसमी बीमारियों के मरीज सामने आ रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की कतारें लगी हुई है। क्योंकि डेंगू मलेरिया के साथ मौसमी बीमारियों की चपेट में भी लोग आ रहें है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे है।