6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

24 शहरों के 35 मेडिकल कॉलेजों में इस बार 5204 एमबीबीएस सीट, सबसे कम झुंझूनूं कॉलेज में 42

मेडिकल कॉलेजों में स्टेट कोटे के तहत 85 प्रतिशत सीटों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Vikas Jain

Aug 24, 2024

जयपुर : मेडिकल कॉलेजों में स्टेट कोटे की 85 प्रतिशत सीटों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रदेश के कॉलेजों में प्रवेश के लिए 16 अगस्त से ही काउंसलिंग शुरू हो गई थी। स्टेट काउंसलिंग कार्यक्रम के मुताबिक 1 अक्टूबर से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा। इससे पहले 29 अगस्त को राउंड-वन का परिणाम जारी कर दिया जाएगा। इस बार एमबीबीएस के लिए प्रदेश के 24 शहरों के 35 मेडिकल कॉलेजों में कुल 5204 सीटे हैं। जिनमें 2071 गवर्नमेंट सीट, 1652 जनरल, 1096 मैनेजमेंट और 385 एनआरआई कोटे की सीट हैं। सत्र 2024-25 के लिए राज्य कोटे में सभी चार राउंड के लिए यह सीटें होंगी।

इसके अलावा बीडीएस कोर्स के लिए 1343 सीटें हैं। जिनमें 43 गवर्नमेंट, 1135 जनरल और 165 मैनजमेंट कोटे की सीट हैं। इस बार प्रदेश के 24 शहरों के 35 मेडिकल कॉलेजों में दाखिले दिये जा रहे हैं। जिनमें सरकारी मेडिकल कॉलेज के अलावा, राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी (राजमेस) के अधीन कॉलेजों सहित निजी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।

विभिन्न जिलों के सरकारी और सोसायटी मेडिकल की एमबीबीएस सीटे

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज कोटा : 209

जेएलएन मेडिकल कॉलेज अजमेर : 208

आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर : 209

एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर : 209

एसएनमेडिकल कॉलेज जोधपुर : 208

संपूणानंद मेडिकल कॉलेज बीकानेर : 208

आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज जयपुर : 127

झालावाड़ मेडिकल कॉलेज : 170

अलवर : 85

बाड़मेर : 110

भरतपुर 128

भीलवाड़ा : 128

बूंदी : 85

चित्तौड़गढ़ : 85

चूरू : 127

दौसा : 85

डूंगरपुर : 128

हनुमानगढ़ : 85

करौली : 85

पाली : 128

सिरोही : 85

गंगानगर : 85

सीकर : 85

झुंझुनूं : 42

एसआईसी अलवर : 65

इसके अलावा अन्य सीटें निजी मेडिकल कॉलेजों में हैं

सिक्योरिटी राशि 5 लाख रुपये तक

स्टेट काउंसलिंग प्रक्रिया में निजी कॉलेज की सीट मिलने से पहले 5 लाख रुपए सिक्योरिटी मनी के तौर पर जमा कराने होंगे। कॉलेज में प्रवेश लेने पर यह राशि फीस में समायोजित हो जाएगी। लेकिन सीट मिलने के बाद सीट छोड़ने वालों को यह राशि वापस नहीं मिलेगी। सरकारी मेडिकल कॉलेज का विकल्प लेने पर 50 हजार रुपए, सरकारी व सोसायटी की मैनेजमेंट सीट के लिए 2 लाख रुपए और एनआईआर कोटे में सीट के लिए यह राशि पांच लाख रुपये है।