
प्राकृतिक वादियों में बसे शहर के सबसे बड़े धार्मिक पर्यटन स्थल खोले के हनुमानजी मंदिर में रविवार को 63 वां लक्खी अन्नकूट महोत्सव आयोजित होगा। महोत्सव के दौरान हनुमान जी सहित मंदिर परिसर में बने 61 से अधिक मंदिरों में भगवान को 56 भोग अर्पित किए जाएंगे। सुबह नौ बजे से मंदिर प्रांगण में विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत होगी। सुबह 11.30 बजे अन्नकूट प्रसादी का भोग लगाने के बाद महाआरती होगी। इसके बाद संत-महंतों का सम्मान किया जाएगा। दोपहर 12.30 बजे से सर्व धर्म के लोग पंगत में बैठ अन्नकूट प्रसादी ग्रहण करेंगे। पंगत प्रसादी रात 11 बजे तक चलेगी।
छह की बजाय होंगे आठ व्यंजन
पौने दो लाख से अधिक भक्तजन पंगत प्रसादी ग्रहण करेंगे। प्रसादी बनाने का कार्य शनिवार से शुरू हो चुका है। नरवर आश्रम सेवा समिति (प्रन्यास) के अध्यक्ष गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि धर्म एवं जाति भेदभाव रहित व्यवस्था के कारण ही अन्नकूट का यह आयोजन पूरे राजस्थान में मिसाल माना जाता है। द्वादश ज्योतिर्लिंग की बर्फ से निर्मित झांकी आकर्षण का केन्द्र होगी।
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मुख्य संयोजक ओम रावत ने बताया कि मूंग, चौला, बाजरा, चावल, गडमढ सब्जी व कढ़ी के साथ ही हलवा और भुजिए भी प्रसादी में शामिल होंगे। मंदिर परिसर के पास स्थित हड्डीशाह बाबा की मजार पर भी छप्पन भोग, अन्नकूट की प्रसादी एवं चादर चढ़ाई जाएगी। 41 भट्टियों पर प्रसादी बनाई जा रही है। इस बार 13 खण्डों में विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवक प्रसादी जिमाएंगे।
Published on:
17 Dec 2023 08:21 am
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