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आज का राशिफल 27 अगस्त: जानिए आज क्या कहा है आपका भाग्य बता रहे हैं तीन ज्योतिषाचार्य

पढ़े तीन ज्‍योतिषियों से राशिफल स‍मेत फैमिली एस्‍ट्रो स्‍पेशल सिर्फ पत्रिका पर

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जयपुर

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Riya Kalra

Aug 26, 2023

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आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज

अंकगणित : अंक ज्योतिष के अनुसार आज का मूलांक 9 है यह 2 और 7 के सहयोग से बना है। आज का भाग्यांक 6 है जो 2 और 4 के सहयोग से बना है ,इसके मायने यह है कि आज के दिन में ऐसी कारों को करने की भी ऊर्जा मौजूद है ,जो पहले इस कारण छोड़ दिए गए थे कि उनमें परिणाम पाना थोड़ा मुश्किल है। आज के दिन में एक और जहां भावनात्मक रूप से परिपक्वता दिखाई देगी वहीं दूसरी ओर सबको साथ लेकर चलने सब की प्रतिभा का सही उपयोग करने और उनको उनकी भूमिका में संतोष और लाभ की स्थिति दिखाई दे, ऐसी योजनाएं बनाने और सही परिणाम प्राप्त करने की स्थिति दिखाई देती है। आज कला और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अच्छे परिणाम पाने का दिन है। कलाकारों को प्रशंसा और धन दोनों प्राप्त हो सकते हैं उन्हें आगामी विषयों के लिए अनुबंध मिल सकते हैं। इस तरह हम कह सकते हैं कि आज का दिन 246 7 और 9 मूलांक वालों के लिए बेहतर रहने की संभावना है।


सनशाइन के अनुसार आज का दिन ऐसी व्यवस्थाओं को करने में गुजर सकता है, जो पिछले दिनों कम ऊर्जा के कारण छोड़ दी गई थी आपसी समन्वय का स्तर बेहतर रहेगा और दायित्वों का निर्वहन करने के लिए उच्च अधिकारी पूरा सपोर्ट करते हुए दिखाई देंगे। अच्छे परिणाम अपने और अच्छी योजनाएं बनाने के लिए आज का दिन बेहतर है।


मून साइन के अनुसार आज के दिन भावनात्मक रूप से साथी पूरी तरह से प्रेम और सानिध्य के प्रति समर्पित दिखाई देगा। बिना तर्क और व्यवस्थाओं को बदले। आपसी सहमति के साथ मनोरंजन और आनंद के लिए आज का दिन बेहतर साबित हो सकता है।

रिश्ते संबंधों के लिए आने वाला सप्ताह बहुत बेहतरीन रहने की संभावना है। एक दूसरे के प्रति किए गए विश्वास और समर्पण का सही मूल्यांकन होने से आत्मिक प्रसन्नता का अनुभव होगा संबंधों में और अधिक अंतरंगता के साथ पिछली पिछली कड़वाहट और नकारात्मकता समाप्त होते हुए संबंधों को नई ऊंचाई मिलने की संभावना रहेगी। सप्ताह का मध्य भाग दूसरों के हस्तक्षेप के कारण थोड़ा विचलित करने वाला हो सकता है ,लेकिन सप्ताह का अंत फिर से व्यवस्थित रहे इसकी पूरी संभावना है।


टैरो कार्ड के अनुसार आज का कार्ड डी चेरियट है। इसके मायने यह है कि आज का दिन विक्ट्री बिल सेल्फ एसेसमेंट और हार्ड कंट्रोल जैसे शब्दों के प्रभाव में गुजरने की संभावना है। आप अपनी इच्छा शक्ति का उपयोग करते हुए संसाधनों का बेहतर प्रयोग करते हुए उन कार्यों को आज कर सकते हैं , जिनकी सफलता के लिए आप पिछले दिनों बहुत प्रयत्नशील रहे।

ज्यों पं चंदनश्यामनरयण व्यास पंचांगकर्ता

मेष- समय पर काम करना सीखें। अपने व्यवहार को नम्र बनाए दूसरों को सम्मान देना सीखे कार्यस्थल पर लापरवाही महँगी पडेगीवेवाहिक चर्चा से मन प्रफुल्लित होगा।

वृषभ-अपने काम पर ध्यान दें। दूसरों के निजी जीवन में झांकना बंद करें। मन किसी की तरफ़ आकर्षित होगा। धार्मिक रुचि बड़ेगीकिसी विशेष व्यक्ति से मुलाक़ात हो सकती है।

मिथुन- बड़ों के मार्ग दर्शन से आगे बड़ेंगे। अपने काम करने के तरीक़ों को बदलें। कार्यस्थल पर मशीनरी संबंधी ख़राबी से परेशान होंगे। कर्मचरियों के सहयोग से काम पूरे होंगे।

कर्क- सगे संबंधियो से नज़दीकियाँ बडेगी। आर्थिक पक्ष मज़बूत होने से कोई बड़ा काम कर सकते है। किसी आयोजन की रुपरेखा बनेगी। धार्मिक साहित्य पढ़ने का अवसर मिलेगा। न्याय पक्ष मज़बूत रहेगा।

सिंह- व्यवसायिक उन्नति संभव है। उधार दिया धन मिलेगा समय रहते अपने कार्य को पूरा करें। संतान के किए कार्यों से प्रसन्न रहेंगे। यात्रा निरस्त होगी। अलर्जी से संबंधित समस्या हो सकती है।

कन्या- समय पर कार्य को करें। नोकरो के भरोसे न रहें। अपनी कार्यशमता को बड़ाए परिजनो में आप की ख्याति बड़ेगी। स्वास्थ पर धनखर्च होगा। सुख साधनो की पूर्ति होगी , न्याय पक्ष मज़बूत होगा।

तुला-अपने क्रोध पर काबू रहें। नहीं तो बने काम बिगड़ सकते हैं। झूठ बोलने से बचे परिवार में आपसी विवाद के कारण तनाव रहेगा। आप की कार्यकुशलता से ख्याति मिलेगी।

वरिसचिक-आप की कार्यशेली से प्रभावित होकर लोग आप से जुड़ने की कोशिश करेंगे। धनार्जन के स्त्रोत्र में वृद्धि होगी। मन की बात कहने का अवसर मिलेगा। आर्थिक लाभ संभव है।

धनु- किसी चीज़ को खोजने में समय बीतेगा। पुराने मित्रों से भेंट होगी। आजीविका के लिए यात्रा करनी होगी। व्यवसाय विस्तार की योजना साकार होती नजर आयगी समाज में कीर्ति बड़ेगी।

मकर- आप की मेहनत रंग लाएगी। जीवनसाथी को सम्मान दें। आर्थिक मामलों में जल्दबाज़ी न करे समझ कर कार्य करे परिजन केकृत्यों से मन दुखी होगा। संतो का सानिध्य मिलेगा।

कुम्भ- लंबे समय से रुके कार्य पूरे होगे। किसी धार्मिक ग्रंथोंको पढ़ने का अवसर मिलेगा। परिवार की समस्या का समाधान आपसी समझ से होगा। विवाह प्रस्ताव सफलरहेंगे।

मीन- संतान के विवाह के लिए प्रयत्नशील रहेगे। समाज में आप का विरोध होगा मित्रों से भेंट होगी ,जो सार्थक रहेगी प्रेम प्रसंग मेंअड़चन आ सकती है। वाहन सुख मिलेगा। परिवार के मांगलिक आयोजनो में न चाहते हुए भी जाना पड़ेगा।

ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पं. घनश्यामलाल स्वर्णकार

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1445
मु. मास: सफर-09
अयन: दक्षिणायण
ऋतु: शरद्
मास: द्वि. श्रावण (शुद्ध)
पक्ष: शुक्ल


शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि,, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज विवाह अ.आ. में (पंचेष्ट व लग्नाभाव), आठवां पूजन, पुंसवन व सीमन्तोन्नयन के मूल में तथा सगाई व रोका और प्रसूतिस्नान का पू.षा. नक्षत्र में शुभ मुहूर्त हैं।


श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: 07-43 से दोपहर 12-28 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा दोपहर बाद 02-04 से अपराह्न 03-59 तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12-03 से दोपहर 12-54 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।


आज जन्म लेने वाले बच्चे: आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (भी, भू, धा, फा, ढा, भे) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि धनु है। धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। इनका जन्म ताम्रपाद से है, जो शुभ माना गया है।

सामान्यत: ये जातक बुद्धिमान, परोपकारी, सबके मित्र, सर्वप्रिय, सभी कार्यों में हाशियार, स्वाभिमानी और शत्रुहंता होते हैं। इनका भाग्योदय 28वें वर्ष में होता है। धनु राशि वाले जातकों के रोज़गार के अवसरों में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। धन-लाभ भी होगा।


शुभ तिथि: एकादशी नन्दा संज्ञक तिथि रात्रि 09-33 तक, तदन्तर द्वादशी भद्रा संज्ञक तिथि है। एकादशी तिथि में यथाआवश्यक समस्त शुभ व मांगलिक कार्य यथा विवाह, जनेऊ, प्रतिष्ठा, गृहारम्भ, प्रवेश, यात्रा और व्रतोपवास आदि कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।


नक्षत्र: मूल ‘‘तीक्ष्ण व अधोमुख’’ संज्ञक नक्षत्र प्रात: मात्र 07-16 तक, तदुपरान्त पूर्वाषाढ़ा ‘‘उग्र व अधोमुख’’ संज्ञक नक्षत्र अन्तरात 05-15 तक है। इसके बाद उत्तराषाढ़ा ‘‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’’ संज्ञक नक्षत्र प्रारम्भ हो जायेगा। मूल नक्षत्र में कुआं-तालाब, विवाहादि कार्य और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में सगाई आदि के कार्य करने योग्य हैं।


योग: प्रीति नामक शुभ योग दोपहर 01-26 तक तदन्तर आयुष्मान नामक शुभ योग है।


विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि नामक शुभ योग सूर्योदय से प्रात: 07-16 तक, रवियोग भी प्रात: 07-16 तक, राजयोग रात्रि 09-33 से अन्तरात 05-15 तक तथा त्रिपुष्कर नामक योग अंतरात 05-15 से।


करण: वणिज नामकरण प्रात: 10-51 तक तदन्तर भद्रा प्रारम्भ हो जायेगी।


व्रतोत्सव: आज पवित्र एकादशी व्रत सबका, झूलन यात्रा प्रारम्भ (पूर्वाह्न व प्रदोष की) तथा गण्डमूल प्रात: 07-16 तक है।


चन्द्रमा: चन्द्रमा धनु राशि में सम्पूर्ण दिवारात्रि है।


दिशाशूल: रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज पूर्व दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।


राहुकाल (मध्यममान से): सायं 4-30 बजे से सायं 6-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है।

वारकृत्य कार्य: रविवार को सामान्य रूप से मांगलिक कार्य, यान यात्रा करना, मन्त्र, अस्त्र, दवाई, युद्ध, बाजार, अग्नि, सेवा, नौकरी, सुवर्ण, पशु क्रय-विक्रय, शिक्षा-दीक्षा, लेना-देना तथा यज्ञादि मन्त्रोपदेश आदि कार्य करने योग्य हैं।

व्रतोत्सव
सोमवार-28,अगस्त: सोम प्रदोष व्रत, पवित्रा बारस, विष्णु पवित्रा रोपण, दामोदर द्वादशी व श्रावण वन सोमवार व्रत।
मंगलवार-29,अगस्त: मंगला गौरी पूजा, ओणम (केरल), आखेटक त्रयोदशी व शिव पवित्रा रोपण (उड़ी), राष्ट्रीय खेल दिवस, ऋक उपाकर्म।
बुधवार-30,अगस्त: चांद पूर्णिमा व्रत, रक्षा बन्धन, (शास्त्रानुसार) रात्रि 09-02 बजे बाद, झूलन यात्रा समाप्त, (पूर्वाह्न व प्रदोष की), हृदयग्रीव जयन्ती, नारेली पूर्णिमा, बल भद्र पूजा (उड़ी), पंचक प्रात: 10-19 से, शुक्ल कृष्ण (यजुर्वेदी-अथर्वर्वेदी) व उपाकर्म।
गुरुवार-31,अगस्त: सत्य व्रत, श्रावणी पूर्णिमा, संस्कृत दिवस, अमरनाथ यात्रा समाप्त, गोगामेड़ी मेला प्रारम्भ हनुमानगढ़ (राज.) तथा पंचक सम्पूर्ण दिवारात्रि।
शुक्रवार-1,सितम्बर: अशून्य शयन व्रत, जीवंतिका पूजन, पंचक, प्रथम प्रकाश उत्सव गुरुग्रन्थ साहिब (नवीन मत से)।
शनिवार-2,सितम्बर: सातुड़ी तीज, कजली तीज व्रत, (चन्द्रोदय जयपुर में रात्रि 08-31 पर), मेला कजली तीज प्रारम्भ, बूंदी (राज.) तीजड़ी पर्व (सिन्धी समाज), पंचक, अश्वत्थ मारुति पूजन, गण्डमूल प्रारम्भ दोपहर 12-31 से।
रविवार-3,सितम्बर: संकष्ट चतुर्थी व्रत, (चन्द्रोदय जयपुर में रात्रि 09-07 पर) बहुला चौथ (म.प्र.), श्रवण तपस्या पूर्ण (जैन), पंचक प्रात: 10-38 तक, रक्षापंचमी (उड़ीसा) तथा गण्डमूल सम्पूर्ण दिवारात्रि।


वार व तारीख
सोमवार-28,अगस्त: विवाह, गृहारम्भ, गृह-प्रवेश, सगाई-रोका, विपणि-व्यापारारम्भ, प्रसूतिस्नान व हलप्रवहण आदि सभी उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में।
मंगलवार-29,अगस्त: आठवां पूजन, पुंसवन, सीमन्तोन्नयन श्रवण में तथा विवाह धनिष्ठा में।
बुधवार-30,अगस्त: सगाई-रोका, गृहारम्भ व गृह-प्रवेश अति आव. में भद्रा पूर्व धनिष्ठा नक्षत्र में (रिक्ता तिथि दोष)।
गुरुवार-31,अगस्त: गृहारम्भ, गृह-प्रवेश अति आव. में शतभिषा में (शनियुति दोष) प्रसूतिस्नान, कूपारम्भ, हलप्रवहण, अन्नप्राशन व नामकरण आदि शतभिषा में।
शुक्रवार-1,सितम्बर: विवाह, कूपाराम्भ, विपणि-व्यापारारम्भ, सगाई-रोका, प्रसूतिस्नान, नामकरण, अन्नप्राशन आदि उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में।
शनिवार-2,सितम्बर: विवाह अ.आ. में भद्रापूर्व (पंचेष्ट व लग्नाभाव), सगाई-रोका, विपणि-व्यापारारम्भ व गृहारम्भ उत्तराभाद्रपद में।
रविवार-3,सितम्बर: विवाह अतिआवश्यकता में रेवती में (भौमवेध दोष) तथा प्रसूतिस्नान अश्विनी में