
हड़ताल से पहले ही दिन लगा 500 करोड़ का फटका
हड़ताल के कारण प्रदेश में थमे रहे दो लाख से ज्यादा ट्रकों के पहिए
मंडियों में फल-सब्जी की कम होने लगी है आवक
मांगों पर नहीं बनी सहमति, हड़ताल लंबी चलने की संभावना
जयपुर। शुक्रवार सुबह छह बजे से शुरू हुई ट्रक ऑपरेटर्स की हड़ताल से प्रदेशभर में करीब दो लाख ट्रकों के पहिए थम गए। हड़ताल के कारण देशभर में पहले दिन करीब 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। वहीं मंडियों में फल-सब्जी की आवक कम होने पर हड़ताल का असर नजर आने लगा है। हड़ताल ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के आह्वान पर पर शुरू हुई हड़ताल के चलते राजमार्गों पर ट्रक खड़े नजर आए। ट्रांसपोर्ट नगर, दिल्ली रोड और सीकर रोड पर ट्रकों का हुजूम दिखा।
ट्रक ऑपरेटर्स चैंबर के अनुसार हड़ताल को सफल बनाने के लिए संभागवार टीमों को गठन किया गया है। चैंबर प्रदेशाध्यक्ष गोपाल सिंह राठौड़ के अनुसार हड़ताल के दौरान अत्यावश्यक माल की ढुलाई कर रहे ट्रकों को नहीं रोका गया है।
75 हजार ट्रांसपोर्ट कंपनियों में काम बंद
शुक्रवार सुबह से शुरू हुई बेमियादी हड़ताल के दौरान प्रदेश की 75 हजार ट्रांसपोर्ट कंपनियों में कामकाज बंद हो गया है वहीं हड़ताल से करीब 40 लाख से ज्यादा लोगों का रोजगार प्रभावित हो गया है। मुहाना टर्मिनल मार्केट फल-सब्जी थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि हड़ताल की वजह से शुक्रवार को फल-सब्जियों की आवक कम रही है। वहीं आगामी दिनों में मंडी में फल सब्जियों की किल्लत होना तय है।
ट्रक ऑपरेटर्स की प्रमुख मांगें
पेट्रोल— डीजल को जीएसटी में शामिल करना,थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की बढ़ी दरें वापस लेना,टेरिफ संशोधन कमेटी गठित करने व उसमें मोटर कांग्रेस के प्रतिनिधियों को शामिल करना,सालाना टोल परमिट जारी करना,टीडीएस खत्म करना व आयकर से ट्रक ऑपरेटर्स को राहत देना प्रमुख है। मांगे नहीं मानने पर देशभर के ट्रक ऑपरेटर्स ने अनिश्चिकालीन चक्काजाम जारी रखने की घोषणा की है।
Published on:
21 Jul 2018 12:09 pm
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