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कोख में बच्चे को मारने की तैयारी कर रहे थे झोलाछाप डॉक्टर सहित दो दो लोग

- राज्य पीसीपीएनडीटी टीम की हनुमानगढ में कार्यवाही - अवैध गर्भपात समापन में संलिप्त झोलाछाप डाक्टर सहित दो को पकड़ा  

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जयपुर

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Vikas Jain

Aug 29, 2018

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कोख में बच्चे को मारने की तैयारी कर रहे थे झोलाछाप डॉक्टर सहित दो दो लोग

विकास जैन/जयपुर। प्रदेश में राज्य पीसीपीएनडीटी दल की टीम ने भ्रूण जांच एवं अवैध गर्भपात करने वालों के खिलाफ लगातार डिकॉय ऑपरेशन कर सख्त कार्यवाहियां की जा रही हैं। अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन के निर्देशन में बुधवार दोपहर हनुमानगढ़ सीएमएचओ डॉ. अरुण कुमार के नेतृत्व में गठित दल ने छापामार कार्यवाही करते हुए अवैध तरीके से गर्भपात करते एक महिला और एक झोलाछाप डॉक्टर को पकड़ा है। यह डिकॉय कार्यवाही हनुमानगढ़ के सुरेशिया के वार्ड नं. 40 स्थित एक घर में की गई।

जैन ने बताया कि मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि हनुमानगढ़ के सुरशिया क्षेत्र में एक महिला का अवैध गर्भ समापन किया जा रहा है। सूचना सत्यापन के बाद डिकॉय ऑपरेशन के लिए टीम का गठन कर सुरेशिया के वार्ड नं. 40 में शिव पार्क के पास एक घर पर छापा मारा गया। घर में 65 वर्षीय सरोज एवं रतनसिंह गर्भपात की तैयारी कर रहे थे। गर्भपात करवाने आई एक महिला से आरोपितों ने गर्भ समापन के लिए दो हजार रूपए की मांग की थी, जिसे बाद में दोनों ने बराबर-बराबर बांटना था। सरोज दाई का काम करती है जबकि रतनसिंह ने वार्ड नं. 41 में क्लीनिक खोल रखा है, जहां वह लोगों को दवा देने का काम करता है। दो हजार रूपए में सौदा तय होने के बाद आरोपितों ने गर्भवती महिला को इंजेक्शन लगाकर ड्रिप लगा दी थी और गर्भपात की तैयारी करने लगे। सरोज के घर पर छापा मार कार्यवाही करते हुए आरोपितों को पकड़ते हुए इंजेक्शन, ड्रिप व कई प्रकार की दवाइयां जब्त कर ली गई हैं। घर की तलाशी लेने पर अन्य कई प्रकार की अवैध दवाइयां बरामद की गई, जिन्हें जब्त कर लिया गया है।

पिछले काफी समय से डिकॉय ऑपरेशन के चलते जांच व अवैध रूप से गर्भ समापन पर लगाम हुई है, लेकिन अभी भी कई झोलाछाप डॉक्टर चोरी-छुपे यह कार्य किया जा रहा है। इसी को देखते हुए प्रदेशभर में अवैध गर्भपात के विरूद्ध एमटीपी एक्ट 1971 में अपंजीकृत संस्थानों व व्यक्तियों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया हुआ है, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं की जिन्दगी को किसी प्रकार से जोखिम में डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है।