
प्रतीकात्मक तस्वीर
Confirm Rail Ticket : अब कोई भी ट्रेन टिकट निरीक्षक यानी टीटीई ट्रेनों में सीटों की हेराफेरी नहीं कर पाएगा। किसी का टिकट अगर रदद होता है तो तुरंत ही वह आरएसी के यात्री को चला जाएगा। इसके साथ ही चलती हुई ट्रेन में उस यात्री को टिकट कंफर्म होने को मैसेज भी आएगा। इसके सिस्टम के होने से अब उत्तर पश्चिम रेलवे में हर महीने 20 हजार सीटें आरएसी और वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को बिना किसी परेशानी के मिल रही हैं।
भारतीय रेलवे ने देश की सभी ट्रेनों में बहुत तेजी से देश में हैंड हेल्ड टर्मिनल मशीन (एचएचटी) लागू किया गया। इसमें ही ट्रेन का पूरा चार्ट होता है और जैसे ही टीटीई यात्री के नहीं आने को क्लिक करता है बाकी काम सब अपने आप हो जाता है। राजस्थान में उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय ने 1819 टिकट चैकिंग स्टाफ को हैंड हेल्ड टर्मिनल मशीन (एचएचटी) दे दी है। इस मशीन का उपयोग 439 ट्रेनों में किया जा रहा है।
रूकेगी वसूली, मिलेगा यात्रियों को लाभ
भारतीय रेलवे में टीटीई को लेकर हमेशा ही अवैध वसूली या फिर सीटों के हेराफेरी की शिकायत आती रही है। टीटीई के हाथ में कागज का चार्ट होता था और उसमें से जब कोई टिकट कैंसिल होती थी तो वह मनमान तरीके से कई बार दूसरे यात्रियों को दे देता था। ऐसे में रेलवे ने सिस्टम को बदल दिया है।
ऐसे होता सिस्टम अपडेट
ट्रेनों में यात्री को सीट का आवंटन चार्ट से होता है और यह ट्रेन चलने के चार घंटे पहले तैयार हो जाता है। इसके बाद अगर कोई टिकट कैंसिल करता है तो वह चार्ट में दर्ज नहीं होता है। ट्रेन में जब टीटीई चेक करता है तो फिर आरएसी यात्रियों को क्रमानुसार सीट का आवंटन करता है।
हर महीने 20 हजार यात्रियों को सीट
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशिकिरण ने बताया कि इस मशीन में कैंसिल टिकट या खाली सीट की सूचना तुरंत अपडेट हो जाती है। जिससे यात्री को आसानी से सीट आवंटित कराई जा सकती है। हर महीने 20 हजार से ज्यादा आरएसी सीट यात्रियों को आवंटित की जा रही हैं।
इतनी ट्रेनों में एचएचटी सुविधा
Published on:
05 Apr 2023 05:00 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
