8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान में पाठ्यक्रम बदलाव पर भिड़े नेता, जावड़ेकर, देवनानी, दीया और डोटासरा में Twitter War

स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव पर भाजपा व कांग्रेस आमने-सामने

3 min read
Google source verification
twitter war

राजस्थान में पाठ्यक्रम बदलाव पर भिड़े नेता, जावड़ेकर, देवनानी, दीया और डोटासरा में Twitter War

जया गुप्ता/ जयपुर। स्कूली पाठ्यक्रम में किए जा रहे बदलाव पर भाजपा व कांग्रेसी नेता सोशल मीडिया पर आमने-सामने हो रहे हैं। एक दिन पहले जहां पूर्व विधायक दीया कुमारी व शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा भिड़े थे, वहीं बुधवार को भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी, पूर्व विधायक दीया कुमारी ने ट्विटर पर कई टिप्पणियां पाठ्यक्रम को लेकर की। जिसका जवाब शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने टिवट्र पर ही दिया।

यूं चला ट्विटर वॉर
देवनानी - श्रीमान गोविन्द डोटासरा जी महाराणा प्रताप एक स्वाभिमानी राजा थे। उनके सम्बंध में स्कूली शिक्षा में गलत लिखकर आपने एक बार फिर अपने वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण की राजनीति शुरू कर दी है। राजस्थान की स्वाभिमानी जनता इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।

जवाब में डोटासरा - देवनानी जी, अपनी जानकारी थोड़ा दुरुस्त करिये, महाराणा प्रताप के शौर्य के बारे में आपसे अच्छा लिखा है हमने,किताबों में कुछ गलत नहीं है। हर जगह राजनीति अच्छी बात नहीं है। जनता पर भरोसा रखिये वो खुद फैसला कर लेगी की कौन सिर्फ राजनीति कर रहे थे और कौन वास्तव में अच्छा काम कर रहे हैं।

जावड़ेकर - 7वीं की पुस्तक में लिखा राणा प्रताप ने हल्दीघाटी का युद्ध जीता,10वीं की पुस्तक में यह युद्ध अनिर्णित रहा और 12वीं की पुस्तक में लिखा है राणा प्रताप युद्ध हार गये। कौन सा इतिहास सरकार पढ़ाना चाहती हैं। एक खानदान का बखान देश भक्तो का अपमान राणा प्रताप से अकबर महान।

जवाब में डोटासरा - जावड़ेकर जी, सिलेबस के बारे में आपने जो आरोप लगाए हैं, वे निराधार हैं। आप गलत तथ्य बता रहे हैं। उम्मीद करते हैं, अगली बार आप अपने सोर्स से सूचना क्रास चैक करके ही टिप्पणी करेंगे।

देवनानी - जिसे सती प्रथा और जौहर में अंतर का ज्ञान नहीं वह शिक्षा मंत्री रहने के योग्य नहीं : देवनानी
वीर और वीरांगनाओं के बलिदान का अपमान कर कांग्रेस सरकार अपने आलाकमान की चाटुकारिता में अपने निम्न स्तर पर आ चुकी है

जवाब में डोटासरा - देवनानी जी, आप मुझसे बड़े हैं, (स्वयंभू) प्रोफेसर हैं, आपके मुख से चाटुकारिता जैसे शब्द अच्छे नहीं लगते.. ख़ैर आपने बात छेड़ दी है तो कुछ दिन पुराना अखबार का टुकड़ा मिला, शेयर कर रहा हूं।

दीया कुमारी - राजस्थान सरकार का पाठ्यक्रमों में बदलाव स्पष्ट रूप से हमारी संस्कृति, सुनहरे इतिहास व वीर भूमि राजस्थान का अपमान है।

माननीय गोविंद सिंह डोटासरा जी
1. क्या महाराणा प्रताप के नाम के आगे से महान शब्द हटाना हमारे वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का अपमान नहीं?

2.आप कहते हैं,छोटी बच्चियों को जौहर करना नहीं सिखा सकते,काश आप सती प्रथा व जौहर में अंतर समझ पाते!
आप एक ओर तो अलवर में सामूहिक बलात्कार जैसी शर्मसार करने वाली घटनायें छुपाती है,व दूसरी ओर वीर-वीरांगनाओं के इतिहास को बदलकर महिलाओं व बच्चियों के प्रति झूठी चिंता व्यक्त करतें है।

जवाब में डोटासरा - पाठ्यक्रम में बदलाव राजस्थानी संस्कृति का तो नहीं लेकिन स्पष्ठ रूप से आरएसएस के इरादों पर ज़रूर पानी फेर देने वाला है।

1. आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी के नाम में कोई कांट-छांट नहीं की गई है, बाकी आपके पास किताबें भिजवा रहा हूँ कृपया खुद देख लें।
2. जो हुआ बहुत गलत हुआ और दोषियों को सज़ा भी मिलेगी लेकिन क्या दलित महिला के साथ हुए कुकृत्य पर मरहम लगाने की बजाय उसे बार-बार कुरेदने का प्रयास किया जाना निंदनीय नहीं है ?

फिर दीया कुमारी - जिनके नाम में ही वीर हो, उस महात्मा सावरकर की स्मृति को कांग्रेस सरकार की ओछी राजनीती प्रभावित नहीं कर पायेगी-माँ भारती की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले हमारे पूर्वजों के बलिदान को अपमानित करना अत्यंत निंदनीय है।

डोटासरा - वीर लिखने से कोई वीर नहीं हो जाता ,आप और भाजपा नेताओं द्वारा अपने नाम के पूर्व चौकीदार लगाया गया है ,तो क्या आगे से आप लोगों को 'चौकीदार' से ही जाना जाएगा ?

दीया कुमारी - माननीय डोटासरा महोदय जनता सब जानती है। राजस्थान का इतिहास आप जैसे अनिभिज्ञों का मोहताज नहीं है। मैं हमारे मेवाड़ के मान के लिए,राजस्थान के इतिहास की शान के लिए आपके विरुद्ध खड़ी रहूंगी।

डोटासरा - एक्सेकटली राजकुमारी जी, जनता सब जानती है किसने स्कूली पाठ्यक्रम को आरएसएस की प्रयोगशाला बनाया और कौन अच्छी नियत और ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं।हर चीज पर राजनीति अच्छी बात नहीं। धन्यवाद।