
जयपुर. पूर्ववर्ती जयपुर जिले को चार जिलों में बांट दिया गया है, लेकिन परिवहन विभाग के क्षेत्रीय दफ्तर अब तक बंट नहीं पाए हैं। दरअसल, जयपुर में करीब छह महीने से दो आरटीओ कार्यालय संचालित हैं। अभी स्थिति यह है कि जयपुर और जयपुर ग्रामीण दोनों जिलों में दोनों आरटीओ (प्रथम व द्वितीय) का आधा-आधा क्षेत्र है। शहर में आधे हिस्से में जयपुर प्रथम व आधे में जयपुर द्वितीय का कार्यक्षेत्र है। इसी प्रकार दूदू भी जयपुर प्रथम में है। वहीं शाहपुरा, जमवारामगढ़, कोटपूतली आदि जयपुर द्वितीय में हैं। बस्सी, चाकसू आदि जयपुर प्रथम में हैं। ऐसे में न तो भौगोलिक स्थिति के आधार पर और न ही जिले के आधार पर अभी तक कार्यालयों के बंटवारे का आधार ही तय नहीं हो पाया है।
ये परेशानी आ रही सामने
1- अभी फुलेरा-सांभर के लोग दूदू जिला परिवहन कार्यालय में जाकर काम करवाते हैं। अब फुलेरा-सांभर जयपुर ग्रामीण जिले में है। ऐसे में वहां के लोगों को छोटे-छोटे काम के लिए जयपुर तक आना पड़ेगा। ऐसे में उनकी परेशानी बढ़ जाएगी।
2- बस्सी-चाकसू के लोग अभी जयपुर प्रथम (झालाना कार्यालय) में आरसी, टैक्स आदि के काम करवा रहे हैं। जिले के आधार पर विभाजन होने पर उन्हें काम करवाने जयपुर द्वितीय के कार्यालय में जाना पड़ेगा। ऐसे में उनके लिए दोगुनी दूरी हो जाएगी।
इधर, डीटीओ नहीं, दो सप्ताह से आरटीओ कार्यालय खाली
इधर, जयपुर प्रथम आरटीओ में दो सप्ताह से नाममात्र का काम हो रहा है। दरअसल, यहां डीटीओ के छह पद हैं मगर तबादलों के कारण सभी रिक्त हैं। एक अगस्त को मौजूदा तीनों डीटीओ के तबादले कर दिए गए थे और उनकी जगह दो डीटीओ लगाए गए। जिनके तबादले किए गए, उनमें से दो तभी चले गए। कार्यभार के कारण एक को जाने नहीं दिया। उनकी एवज में केवल एक डीटीओ ने ही ज्वॉइन किया। वर्तमान में यहां केवल 2 डीटीओ हैं। जगतपुरा कार्यालय दो सप्ताह से बगैर डीटीओ के चल रहा है।
Published on:
20 Aug 2023 09:08 am
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