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स्मार्ट सिटी में उदयपुर लगातार अव्वल, जयपुर में काम की गति पर ‘नेतागिरी’ का ब्रेक

उदयपुर, कोटा, अजमेर तीनों शहरों से भी पिछड़ रहा जयपुर

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स्मार्ट सिटी में उदयपुर लगातार अव्वल, जयपुर में काम की गति पर 'नेतागिरी' का ब्रेक

स्मार्ट सिटी में उदयपुर लगातार अव्वल, जयपुर में काम की गति पर 'नेतागिरी' का ब्रेक

भवनेश गुप्ता
जयपुर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में राजस्थान के चार शहर शामिल हैं, लेकिन प्रोजेक्ट पूरे करने में जयपुर फिर से सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है। जयपुर शहर में कुल निर्धारित प्रोजेक्ट सूची में से केवल 25 फीसदी का काम पूरा हो पाया है जबकि उदयपुर ने 68 प्रतिशत प्रोजेक्ट पूरे कर लिए हैं। अजमेर और कोटा भी जयपुर से आगे हैं। केन्द्र स्तर पर फंडिंग के मामले में भी जयपुर को उदयपुर स्मार्ट सिटी के मुकाबले अब तक कम रोकड़ मिल पाई है। केन्द्र उदयपुर को 500 करोड़ रुपए में से 392 करोड़ रुपए जारी कर चुका है, जबकि जयपुर स्मार्ट सिटी की झोली में 245 करोड़ रुपए ही आए हैं। जयपुर स्मार्ट सिटी में लगातार प्लानिंग, डीपीआर में बदलाव और नेताओं के हस्तक्षेप के कारण यह हालात बने हैं। नेता-जनप्रतिनिधियों को खुश करने के चक्कर में अफसर भी इसे दरकिनार करते रहे।

मिशन में प्रोजेक्ट्स की यह स्थिति
-376 प्रोजेक्ट शामिल हैं इसमें
-176 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके
-168 परियानाओं में काम चल रहा है
-14 परियोजना ऐसी हैं जो निविदा प्रक्रिया में हैं
-18 काम के लिए अभी डीपीआर ही बन रही
(स्मार्ट सिटी मिशन में जयपुर व उदयपुर का चयन 28 जनवरी 2016 और कोटा व अजमेर का 3 अक्टूबर 2016 को चयन हुआ)

चारों में जयपुर सबसे निचले पायदान पर
स्मार्ट सिटी———प्रोजेक्ट———पूरे हुए———प्रतिशत
उदयपुर————— 105—————72—————68.57
जयपुर—————— 104—————26—————25.00
कोटा——————— 64——————27—————42.18
अजमेर——————103——————51—————49.51

अभी चल रहे प्रोजेक्ट का लेखा-जोखा
1. जयपुर— अभी 64 प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिन पर 520 करोड़ रुपए खर्च होने हैं।
2. उदयपुर— यहां 662 करोड़ रुपए लागत की 27 परियोजना संचालित हो रही हैं।
3. कोटा— शहर में 26 प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। इस पर 570 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
4. अजमेर— यहां अभी 51 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, जिसमें 837 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

मंत्री पर नेता भारी नेता
नगरीय विकास मंत्री स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग तो कर रहे हैं लेकिन इसमें स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप को कम नहीं कर पा रहे। यही कारण है कि जयपुर शहर में प्रोजेक्ट की प्लानिंग लगातार बदलने की नौबत आती रही। शहर में पिछले एक-डेढ़ साल में इस तरह के हालात सामने आते रहे हैं। यह मामला केन्द्र सरकार तक पहुंच चुका है।

देश में हम
-2 नम्बर पर पहुंचा राजस्थान हाल में
-2 वर्ष में काम पूरा करने का लक्ष्य अब
-5 नजदीकी शहर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, अहमदाबाद, सूरत हमसे आगे
-5 शहर जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर शामिल हैं ईज आॅफ लिविंग इंडेक्स में