राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को शराबबंदी के मामले में उदयपुर में दिए विवादास्पद बयान में कहा था कि ‘गुजरात में आजादी के बाद से शराबबंदी है, लेकिन सबसे ज्यादा शराब वहीं पी जाती है। घर-घर में शराब पी जाती है।’
सोमवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गहलोत के विवादास्पद बयान पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि ‘गहलोत ने ऐसा बयान देकर साढ़े छह करोड़ गुजरातियों का अपमान किया है। सभी गुजरातियों को शराबी कहा है। यह उन्हें शोभा नहीं देता है। गुजरात की कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए। गहलोत को गुजरात के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।’
उधर, गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने भी गहलोत के बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि साढ़े छह करोड़ गुजराती अपनी अस्मिता पर किए गए इस निम्न स्तर के प्रहार को कभी सहन नहीं करेंगे। गहलोत को गुजरात की जनता से माफी मांगनी चाहिए।