
जयपुर। जयपुर आरटीओ में फर्जी आरसी से वीआइपी नंबर लेने का मामला सामने आया है। मामले सामने आने पर डीटीओ ने वाहन का स्वामित्व हस्तांतरण व वीआइपी नंबर स्वैपिंग दोनों को गलत मानते हुए निरस्त करने के आदेश दे दिए। लेकिन, इसके बाद भी आरटीओ के कर्मचारियों ने ऑनलाइन वाहन पोर्टल से संबंधित गाड़ी से न तो वीआइपी नंबर को हटाया और न ही स्वामित्व हस्तांरण को रद्द किया।
दरअसल, वीआइपी नंबर RSR 0001 हरियाणा के सिरसा में एम्बेसेडर कार पर अवतार सिंह के नाम पंजीकृत था। डुप्लीकेट आरसी से इसे पहले अर्पित जैन और बाद में मैं. विनायक लैण्डहोम्स के नाम ट्रांसफर करवाया गया। बाद में विनायक लैण्डहोम्स ने दूसरी कार पर इस नंबर को स्वैप करवा लिया। शिकायत पर मामले की जांच की गई। जिसमें सामने आया कि फर्जी आरसी लगाकर इसका स्वामित्व हस्तांतरण करवाया गया था। जिसे तत्कालीन डीटीओ रामकृष्ण चौधरी ने गलत करात देते हुए वाहन स्वामित्व हस्तातंरण की कार्यवाही और नंबर स्वैपिंग दोनों को निरस्त कर दिया। जिस कार पर नंबर स्वैप करवाया गया था, उस पर पुराना नंबर लगाने के आदेश दिए। साथ ही सिरसा के ऐलनाबाद अथॉरिटी को जांच कर कार्यवाही करने के लिए पत्र भी लिखा गया है।
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Published on:
05 Oct 2021 08:34 pm
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