
आखिर जयपुर में पकड़ा गया कुख्यात, तीन दिन से राजस्थान पुलिस की नाक में कर रखा था दम
धीरेन्द्र भट्टाचार्य / जयपुर। विश्वकर्मा थाना इलाके में साथी को गोली मारने और कार लूट के मामले में हिस्ट्रीशीटर शंकर लाल गुर्जर ( Histrishiter Shanker Gurjar ) को पुलिस ने घटना के चार दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इसके तीन अन्य साथियों को तलाश रही है। साथी की लूटी गई कार को 200 फीट बाइपास के पास छोड़कर बदमाशों ने करधनी थाना इलाके से एक और कार लूट ली थी। गिरफ्तार हिस्ट्रीशीटर से मिली जानकारी के आधार पर कमिश्नरेट ने इस कार को बहरोड के पास से बरामद कर लिया है।
डीसीपी पश्चिम, विकास शर्मा ने बताया कि मुखबिर ने शंकर के सोमवार को हरमाड़ा क्षेत्र स्थित अपने गांव हरनाथुरा की तरफ आने की सूचना दी थी, जिसपर शाम करीब पांच बजे विश्वकर्मा थानाधिकारी नंदलाल की टीम ने उसे दबोच लिया। गिरफ्तार हिस्ट्रीशीटर ने शुक्रवार रात हरमाड़ा इलाके में दिल्ली के दोस्त हन्नी चौधरी और दो अन्य साथियों को होटल में शराब पार्टी दी थी। पार्टी के बाद शंकर ने अपने ही साथी उज्जवल को गोली मार कर उसकी इटियोज कार लूट ली थी। इस कार को बदमाशों ने 200 फिट बाइपास के पास छोड़ कर करधनी थाना इलाके से सीकर निवासी विपिन नेत्रीवाल की आईटेन कार लूट ली थी। आईटेन कार की नंबर प्लेट बदलकर शंकर और उसके साथी एक्सप्रेस हाईवे से होते हुए अजमेर चले गए। दूसरे दिन अजमेर से दिल्ली पहुंच गए।
गिरफ्तार बदमाश शंकर ने पुलिस को पूछताछ में दिल्ली से वो अपने साथियों के साथ वापस बहरोड तक आया, जहां करधनी से लूटी कार को छोड़ कर वह दिल्ली के साथियों से अलग हो गया। पूछताछ में मिली जानकारी के बाद करधनी थाना पुलिस टीम ने आईटेन कार को बहरोड से बरामद कर ली है। पुलिस हन्नी और उसके दो साथियों को तलाश रही है।
एनकाउंटर का था डर
कमिश्नरेट का मानना है कि हिस्ट्रीशीटर शंकर को एनकाउंटर का भय हो गया था। इसके चलते न केवल वह अपने साथियों से अलग हो गया था, बल्कि गिरफ्तारी के समय भी उसके पास कोई हथियार नहीं मिला, जबकि वह हमेशा अपने पास पिस्टल रखता है। डीसीपी का कहना है कि शंकर से पूछताछ कर उसके साथियों और हथियारों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
Published on:
09 Sept 2019 08:04 pm
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