जिले के जनजाति आवासीय विद्यालयों में एसीबी की कार्रवाई में गड़बडिय़ां पाए जाने के बाद यहां कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और शारदे छात्रावास में भी अव्यवस्थाएं सामने आई हैं। पर्याप्त बजट मिलने के बावजूद छात्रावासों में बच्चों को मेन्यू के अनुसार भोजन नसीब नहीं हो रहा है। नियम-कायदों से परे जाकर बच्चों का हक छिनने की गतिविधियों की बानगी गनोड़ा के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में सोमवार को दिखलाई दी। यहां अव्यवस्थाओं के बीच, न तो नामांकन के मुकाबले बालिकाएं थीं, न ही मौजूद छात्राओं के लिए मेन्यू अनुसार भोजन। कुल 55 में से 13 छात्राएं ही मिली। उनके भोजन के मेन्यू में रोटी, पालक की दाल, अरबी-टिंडे की सूखी सब्जी, पुलाव और बूंदी का रायता देय था, लेकिन यहां आलू की सब्जी और बिना चुपड़ी सूखी रोटियां ही बनी थीं। रसोईघर में रोटियां खुले टोकरे में सूख रही थीं। बालिकाओं ने दबे स्वर में यही खाना दिए जाने की बात कही।
नहीं बदल सकते मेन्यू
जिला बालिका शिक्षा के प्रभारी मुकेश दवे ने बताया कि मेन्य में वार्उन अपनी मर्जी से कोई परिवर्तन नहीं कर सकता है। इस मामले को लेकर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने दिशा निर्देश दे दिए हैं। वार्डन पर कार्रवाई की जाएगी।
मांगा जबाव
घाटोल ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मोहन बुनकर ने बताया कि मामले को सज्ञान में आया है। इस पर वार्डन से जवाब मांगा जाएगा।