
जयपुर। राज्य सरकार जल संरक्षण को बढ़ावा देने व आमजन को जल संरक्षण के लिए जागरूक करने को लेकर पानी की तरह पैसा बहा रही है लेकिन फिर भी पानी बचाने के लिए कोई गंभीरता नजर नहीं आ रही है। प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में ही सरकार के अभियान की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं और जिम्मेदार अफसर शिकायत मिलने का इंतजार कर आंखें मूंदे बैठे हैं। मामला झालाना स्थित प्रादेशिक परिवहन कार्यालय का है जहां बीते लंबे अरसे से कार्यालय की छत पर रखी पानी की टंकियों का रखरखाव नहीं होने से पानी की बर्बादी का नजारा रोजाना नजर आ रहा है। टंकियों की फुटबॉल खराब होने से पानी भरने के बाद भी टंकियां से ओवरफ्लो होकर पानी बहकर बाहर सड़क तक पहुंच रहा है।
मजेदार बात यह है कि छत से बहा पानी नाली से होकर कार्यालय के मेनगेट तक पहुंचता है लेकिन कार्यालय में आने वाले विभाग के अफसरों की नजर पानी की इस बर्बादी पर शायद ही कभी पड़ी हो। परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों के अनुसार पानी की बर्बादी को लेकर आला अफसरों को कई बार अवगत कराया गया है लेकिन अब तक इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। टंकियों में पानी भरने के बाद नालियों से होकर पानी कार्यालय परिसर के मेनगेट तक पहुंचकर सड़क को क्षतिग्रस्त कर रहा है लेकिन जिम्मेदार अफसर पानी की बर्बादी को लेकर मौन बैठे हैं।
आपको बता दें राज्य सरकार जल संरक्षण के नाम पर पानी की बर्बादी रोकने व भूजल संरक्षण के लिए करोड़ों खर्च कर रहा है लेकिन झालाना प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में हो रही बर्बादी को देखकर सरकारी कारिंदे जल संरक्षण को लेकर किस कदर सजग हैं और कौनसा संदेश आमजन को दे रहे हैं इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।
कार्यालय की टंकियों के रखरखाव के इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं। पानी की हो रही बर्बादी को तुरंत रोका जाएगा। -कल्पना अग्रवाल, आरटीओ दक्षिण, जयपुर
Updated on:
21 Feb 2018 11:36 am
Published on:
21 Feb 2018 11:33 am
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