
Rajasthan Weather Alert: राजधानी जयपुर समेत पूरे प्रदेश में सर्दी के साथ कोहरे का असर भी बढ़ रहा है। जयपुर समेत प्रदेश भर में घना कोहरा छाया रहा, जिससे सड़कों से गुजर रहे वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह कोहरा और शाम को गलन के साथ ही दिन में चुभने वाली हवा के कारण दिन में भी धूजणी चली। अलाव तापने के साथ ही हीटर चलाकर लोग सर्दी से बचने का जतन कर रहे हैं। विभिन्न मौसमी बीमारियों खांसी, नजला, जुकाम, बुखार आदि ने जकड़ रखा है।
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दौसा, अलवर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ, कोटा में आगामी दो दिनों में ओर कोहरे का असर हावी रहेगा। इसके साथ ही नए साल का स्वागत बारिश के साथ होगा। प्रदेश में 30 दिसंबर से फिर से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इस तंत्र का असर तीन से चार दिन प्रभावी रहेगा। खासतौर पर पूर्वी राजस्थान में बादल छाने के साथ ही बूंदाबांदी होने के आसार हैं।
छह से अधिक उड़ानें डायवर्ट होकर पहुंची जयपुर
सोमवार सुबह नई दिल्ली में घना कोहरा छाया रहा, इससे दिल्ली एयरपोर्ट पर कम दृश्यता के चलते छह उड़ानों को जयपुर डायवर्ट किया गया। कोलकाता, थाईलैंड, दुबई, जर्मनी, त्रिवेंद्रम और बेंगलूरु से दिल्ली पहुंची उड़ानें एयरपोर्ट पर उतर नहीं पायीं। इस वजह से उन्हें जयपुर डायवर्ट कर दिया गया। सुबह करीब साढ़े दस बजे उन्हें वापस रवाना किया गया। इधर, जयपुर से उदयपुर जाने वाली उड़ान भी उदयपुर में उतर नहीं सकी। उसे भी वापस जयपुर डायवर्ट करना पड़ा।
सीकर में 5.8 डिग्री पर आया तापमान
सीकर, कोटा, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, चूरू, श्रीगंगानगर समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान में दूसरे दिन भी गिरावट रही। सबसे कम तापमान हिल स्टेशन माउंट आबू में एक डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जयपुर का न्यूनतम पारा 10.8 डिग्री, शेखावाटी के सीकर में पारा 5.8 और चूरू में 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। राजधानी सहित प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जुड़े सरकारी और निजी स्कूलों में सोमवार से शीतकालीन अवकाश शुरू हो गया, लेकिन शहर के सीबीएसई स्कूलों में शीतकालीन अवकाश शुरू नहीं हुए हैं। मंगलवार को शहर के कई निजी स्कूलों के बच्चों को स्कूल जाना होगा।
डूंगरपुर को छोड़कर पूरे राजस्थान में आबोहवा खराब
पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के दो दिन बाद सोमवार को प्रदेश में वायु प्रदूषण हावी रहा। प्रदेश के 33 में से 16 जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 के ऊपर रिकॉर्ड किया गया। हनुमानगढ़ (387) ने तो प्रदूषण में दिल्ली (383) को पीछे छोड़ दिया। शेष 13 शहरों में एक्यूआई दो सौ के ऊपर रहा। एकमात्र डूंगरपुर जिला ही ऐसा रहा, जहां एक्यूआई 109 रिकॉर्ड किया गया है यानी केवल यहीं पर सांस लेने के लिए ठीक-ठाक हवा उपलब्ध हो पाई।
Published on:
26 Dec 2023 08:48 am
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