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Monsoon Forecast: IMD ने जारी किया मानसून का पूर्वानुमान, राजस्थान के इन जिलों पर अल नीनो का दिखेगा असर

IMD Monsoon Forecast: भारतीय मौसम विभाग ने निजी एजेंसी स्काईमेट के दावे को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान लगातार छठे साल सामान्य वर्षा होगी।

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IMD Monsoon Forecast: पत्रिका ब्यूरो/ जयपुर. भारतीय मौसम विभाग ने निजी एजेंसी स्काईमेट के दावे को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान लगातार छठे साल सामान्य वर्षा होगी। अल नीनो की स्थिति मानसून के दौरान दूसरे दौर में बन सकती है, लेकिन इसका मानसून पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका कम है। स्काईमेट ने सोमवार को अल नीनो के खतरे की आशंका के आधार पर कम बारिश की आशंका जताई थी। मौसम विभाग ने मंगलवार को मानसून को लेकर दीर्घकालीन पूर्वानुमान जारी किया।

विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. रविचंद्रन ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में मानसून के दौरान (जून से सितंबर तक) दीर्घावधि औसत (एलपीए) की 96 प्रतिशत बारिश (पांच फीसदी प्लस-माइनस के साथ) होने की संभावना है। महापात्रा के अनुसार प्रायद्वीपीय भारत के कई क्षेत्रों और इससे सटे पूर्वी-मध्य भारत, पूर्वोत्तर, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम, पश्चिम मध्य और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में सामान्य या सामान्य से कम बारिश का पूर्वानुमान है।

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इसलिए असर नहीं
अल नीनो के असर के बारे में महापात्रा का कहना है कि अभी भूमध्यीय प्रशांत क्षेत्र में ला-नीना तटस्थ स्थितियों में बदल गया है। अल नीनो की स्थिति मानसून के दौरान बन सकती है, लेकिन सकारात्मक हिंद महासागर द्विध्रुव (आइओडी) स्थितियां व उत्तरी गोलार्द्ध पर कम बर्फ पड़ने से अल नीनो का मुकाबला करने में मदद मिल सकती है। प्रशांत और हिंद महासागरों के सतही तापमान को भारतीय मानसून पर मजबूत प्रभाव के रूप में जाना जाता है।

हर बार नहीं होता खराब
महापात्रा ने कहा कि अल नीनो के असर वाले सभी साल खराब मानसून वाले नहीं होते हैं। वर्ष 1951 से 2022 के आंकड़े बताते हैं कि अल नीनो के 40% वर्षों में सामान्य या सामान्य से अधिक बरसात हुई।

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राजस्थान: अधिकांश जिलों में सामान्य वर्षा
जयपुर . मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार प्रदेश के अधिकांश जिलों में मानसून सामान्य रहेगा। कुछ जिलों में सामान्य से कम बारिश होगी। प्रदेश के पश्चिमी व उत्तर पश्चिमी हिस्से में बारिश कम होने के आसर हैं। प्रदेश में गर्मी तेवर दिखाने लगी है। मंगलवार को सात स्थानों पर तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। कोटा में 40.2 डिग्री, बाड़मेर 40.4, टोंक में 40.5, डूंगरपुर में 40.4, जालोर में 40.7, बांसवाड़ा में 42.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं जयपुर में अधिकतम तापमान 37 डिग्री रहा।

मौसम विभाग और स्काईमेट
सामान्य बारिश -- सामान्य से कम बारिश
औसत का 96% वर्षा -- औसत का 94% वर्षा
सामान्य औसत 87 सेमी -- सामान्य औसत 86.8 सेमी
मौसमी परिस्थितियां करेंगी मदद -- अल नीनो रोकेगा बारिश
फसलों के लिए अच्छी बरसात -- सूखे की 20% आशंका