मौसमी परिस्थितियां अनुकूल:
दरअसल बंगाल की खाड़ी व उड़ीसा के तट पर एक और कम दबाव का क्षेत्र यानी लो प्रेशर एरिया बना है। जो आने वाले 24 से घंटों में उड़ीसा व उत्तरी छत्तीसगढ़ की तरफ पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे बढऩे की संभावना है। इस तंत्र के प्रभाव से आगामी चार पांच दिन पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, जयपुर, कोटा व उदयपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की प्रबल संभावना है। जिसका सबसे ज्यादा असर भरतपुर व कोटा संभाग में देखने के मिलेगा। जहां तीन से चार दिनों तक भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वी राजस्थान में होगी मध्यम से तेज बारिश:
मौसम विभाग के अनुसार नए मौसमी तंत्र का असर पूर्वी राजस्थान में ही ज्यादा रहेगा। इस दौरान मध्यम से तेज बारिश का दौर आगामी चार से पांच दिन जारी रहेगा। गुरूवार को जयपुर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, टोंक, सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी, भीलवाड़ा, झालावाड़ और बारां में, 23 सितंबर को इन सभी जिलों के अलावा अजमेर, नागौर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने के पूरे आसार हैं।