
प्रदेश में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए सरकार ने रविवार को वीकेंड कर्फ्यू की शुरुआत की है। पहले दिन कर्फ्यू का शहर के दुकानदारों पर साफ तौर पर असर नजर आया। जरूरी सेवाओं को छोड़ दिया जाए तो शहर में शेष दुकानें बंद रही। हालांकि सड़कों पर यातायात अनवरत चलता रहा। पुलिस ने सभी मुख्य जगहों पर बैरिकेड लगा रखे थे मगर आने जाने वाले लोगों को रोका नहीं जा रहा था। इसे लेकर पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
शहर की सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके चारदीवारी में सन्नाटा पसरा रहा। मकर संक्रांति के ठीक बाद आए इस संडे पर लोग छतों पर पतंगबाजी में मशगूल नजर आए। यहां भी दुकाने पूर्णतया बंद रही लेकिन सड़कों पर वाहन दौड़ते नजर आए। पुलिस ने सूरजपोल गेट, रामगंज बाजार, बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़ और चांदपोल सहित सभी गेट पर बैरिकेड लगा रखे थे और आने जाने वाले लोगों पर पूरी निगाह रखी जा रही थी लेकिन पूछताछ इक्का-दुक्का लोगों से ही हो रही थी। इसके चलते देर शाम तक सड़कों पर वाहन चलते नजर आए।
चारों तरफ रही पुलिस की चहलकदमी
शहर में चारों तरफ पुलिस की चहल कदमी नजर आई। कभी समूह में तो कभी अकेले ही पुलिसकर्मी पैदल घूम कर बाजारों का जायजा लेते दिखे। जरूरी सेवाओं के अलावा अन्य दुकानों को भी पुलिसकर्मियों ने खुलने नहीं दिया। हालांकि चारदीवारी के मुख्य बाजारों में दुकानदारों ने कर्फ्यू की पूरी पालना की और व्यापार महासंघ के आह्वान पर दुकानों को बंद रखा।
यहां पुलिस नजर आई फेल
वीकेंड कर्फ्यू के पहले रविवार को पुलिस रोका टोकी में फेल नजर आई। सड़कों पर दौड़ते ज्यादातर वाहनों को रोका नहीं गया और लोगों को आने जाने की पूरी छूट दी गई। ऐसे में कर्फ्यू की पूरी पालना होना बेमानी सी नजर आई। हालांकि आने जाने वाले लोगों को पुलिसकर्मी समझाते नजर आए ऐसे में माना जा सकता है कि आने वाले हफ्ते में पुलिस सख्ती करेगी।
Published on:
16 Jan 2022 04:49 pm
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