
उत्तरी भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के कारण शीत हवाओं का असर झीलों की नगरी में भी दिखने लगा है। पिछले दो दिन में तापमान में गिरावट के साथ ही सर्दी का असर भी बढ़ा है। शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को अधिकतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.4 और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
सर्द हवाओं ने ठिठुराया
सुबह सूर्य के दर्शन होने के बाद भी लोगों को सर्द हवाओं ने ठिठुराया। ठंडी हवाओं से बचाव के लिए लोग पूरे इंतजाम के साथ बाहर निकले। रात होते ही कई जगहों पर लोगों ने अलाव जलाए। नौकरीपेशा भी जल्द ही काम निपटाकर घर के लिए निकल पड़े।कुछ दिनों पूर्व तक केवल सुबह और रात में ही सर्दी का प्रभाव दिख रहा था। दिन में तेज धूप के कारण सर्दी का असर उतना नहीं था, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद से मैदानी क्षेत्रों में आ रही सर्द हवाओं ने कंपकंपी छुड़ा दी है। मौसम विशेषज्ञ एनएस राठौड़ के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में हुई बर्फ बारी का असर मेवाड़ संभाग पर देखा जा रहा है। आने वाले दिनों में और ठिठुरन बढऩे की संभावना है। पिछले दो दिनों से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। सर्दी चमकने के साथ ही तिब्बती बाजार में ऊनी वस्त्रों की बिक्री बढ़ गई है।
सर्दी की खुराक की बढ़ी पूछ-परख
सर्दी के चमकते ही बाजारों में सर्दी की खुराक की मांग भी तेज हो गई है। शहर में कई जगहों पर सर्दी की खुराक जैसे तिल की गजक, चपड़ा, ब्यावर की तिलपट्टी, रेवड़ी, गजक, तिल के लड्डू आदि कई तरह की चीजें उपलब्ध हैं। खजूर की भी बिक्री होने लगी है। इधर, टाउनहॉल में चल रहे खादी मेले में भी सर्दी की खुराक की बिक्री में तेजी आई है। यहां पर जगल की स्टॉल पर भारी भीड़ रहने लगी है।
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