
World Environment Day 2023: पर्यावरण को बचाने के लिए अनूठी पहल, घर की अनुपयोगी वस्तुओं का होगा उपयोग, घर के पास ही खुल रहे केन्द्र
जयपुर। पर्यावरण को बचाने और प्लास्टिक वेस्ट के निस्तारण का काम शुरू हो गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जयपुर ग्रेटर नगर निगम की ओर से प्लास्टिक वेस्ट व अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोगी बनाने व उन्हें री-साइकल करने के लिए केंद्र खोले जा रहे है। इन केंद्रों पर प्लास्टिक की अनुपयोगी वस्तुएं, पुरानी किताबें व कपड़े के अनुपयोगी जूते को एकत्र किया जा रहा है। इतना ही नहीं इन केंद्रों पर इन अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोगी बनाया जा रहा है, वहीं शेष बची वस्तुओं को री-साइकल किया जा रहा है।
सरकार ने मेरी लाइफ मेरा स्वच्छ शहर अभियान के तहत नगर निकायों के प्रत्येक वार्ड में रिड्यूस, री-यूज व री-साइकिल (आरआरआर) केंद्रों की स्थापना कर उन्हें व्यवस्थित रूप से संचालन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत ग्रेटर निगम शहर में 11 केंद्र बना रहा है, इन केंद्रों के संचालन का जिम्मा निजी संस्थाओं को दिया गया है। केंद्र नगर निगम के सामुदायिक केंद्रों में बनाये गए हैं।
प्लास्टिक वेस्ट हो रहा जमा
इन केंद्रों पर जनता कोई भी इस्तेमाल की हुई प्लास्टिक की वस्तुएं, पुरानी किताबें, कपड़े जूते व कोई भी अन्य अनुपयोगी सामान को छोड़ सकता है। यहां इन अनुपयोगी वस्तुओं को री-साइकिल करने के अलावा उन्हें फिर से काम मे लेने लायक बनाया जा रहा है। उपयोगी वस्तुओं को जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध करवाई जा रही है।
सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे खुले है केंद्र
इन केंद्रों के संचालन सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक किया जा रहा है, इस दौरान कोई भी अपने अनुपयोगी वस्तुएं यहां जमा करवा सकता है, जिससे उनका सदुपयोग हो सके।
ग्रेटर निगम यहां खोले रहा केंद्र
- एलबीएस सामुदायिक केंद्र तिलक नगर
- सामुदायिक केंद्र सेक्टर 3 मालवीय नगर
- सामुदायिक केंद्र महेश नगर
- इंद्रधनुष रंगमंच अग्रसेन नगर महेश नगर
- हाजिरिगाह सेक्टर 10 व 13 के मध्य मालवीय नगर
- हाजिरीगाह बापू नगर जनता स्टोर
- हाजिरीगाह सेक्टर 15 गिरधार मार्ग मालवीय नगर
- सामुदायिक केंद्र बी ब्लॉक हरी मार्ग करधनी शॉपिंग सेंटर मालवीय नगर
- सामुदायिक केंद्र वन विहार तेजाजी मंदिर के सामने किसान मार्ग
- हाजिरीगाह लाल कोठी
- हाजिरीगाह गली नंबर तीन राजापार्क
रोजाना का डाटा भेज रहे मुख्यालय
आरआरआर केंद्र संचालक रोजाना एकत्र सामग्री व अनुपयोगी सामग्री का रिकॉर्ड निगम मुख्यालय भेज रहे है। प्रतिदिन का डाटा संकलित कर उपायुक्त स्वास्थ्य को भेजी जा रही है। वहीं इसके साथ पर्यावरण को नुकसान से बचाने के लिए आईईसी एक्टिविटी भी की जा रही है।
Published on:
04 Jun 2023 12:23 pm
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