
School Of Ram: विश्व का पहला वर्चुअल विद्यालय, युवाओं के जीवन में कर रहा बड़ा बदलाव
जयपुर। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के आदर्शों, जीवन चरित्र, रामायण के संस्कारों और सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विश्व का अनोखा पहला विद्यालय 'School Of Ram' देश ही नहीं विदेशों में भी भक्ति को बढ़ावा दे रहा है। इसे जयपुर के बस्सी निवासी 21 वर्षीय युवा प्रिंस तिवारी ने शुरू किया है। (Virtual School Of Lord Shri Ram:) रामायण के सकारात्मक संदेश को समझने के लिए अब तक 5 हजार से भी अधिक युवा इस स्कूल से जुड़ चुके हैं। भारत, कनाडा, अमरीका, न्यूयार्क, रूस, कंबोडिया, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में भी वर्चुअल रामायण के महत्व को ऑनलाइन समझाया जा रहा है। स्कूल से जुड़ने के बाद युवाओं को तनाव से मुक्ति मिली और गलत आदतों को भी छोड़ा है।
इन विषयों का भी अध्ययन
Virtual School Of Lord Shri Ram: 'School Of Ram' में जयपुर समेत देश के कई महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। विद्यालय का प्रारूप भगवान राम के जीवन एवं उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को ही आधार मानकर तैयार किया गया है। इसमें भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
क्या बोल युवा
Virtual School Of Lord Shri Ram: जयपुर के समृद्धि चौबे व वाराणसी निवासी प्रखंड पाडे ने बताया कि स्कूल ऑफ राम जॉइन करने के बाद राम के आदर्श अपनाने से जीवन में बदलाव आया है। रामायण, रामचरितमानस के पात्रों से सीख लेने की जरूरत है। रामायण से जुडे विषयों पर वर्कशॉप से फायदा मिला और इससे कई साथी जुड़े। गति का नियम न्यूटन ने बताया, लेकिन इसका कुछ अंश रामचरितमानस में भी मिला।
प्रवेश ऑनलाइन, जुड़े हैं 20 से अधिक विद्वान
Virtual School Of Lord Shri Ram: स्कूल में ऑनलाइन फॉर्म के जरिए रजिस्ट्रेशन के बाद प्रवेश होता है। इसके बाद ऑनलाइन वर्चुअल मीट, यू-टयूब के जरिए देशभर के 20 से अधिक विद्वान युवाओं को भगवान राम के आदर्शों से परिचित कराते हैं। वाट्सऐप पर भी समूह बनाए गए हैं। संस्थापक एवं संयोजक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्ययनरत प्रिंस का कहना है कि राम मंदिर का फैसला आने के बाद ह्दय परिवर्तन हुआ। वाल्मीकि रामायण को कई बार पढ़कर अध्ययन किया। इसके बाद स्कूल शुरू करने का मन बनाया।
स्कूल के ये कार्यक्रम है खास (Virtual School Of Lord Shri Ram:)
● रामायण पर प्रश्नोत्तरी।
● हर रविवार नियमित रामायण पर आधारित कक्षाओं का संचालन।
● रामायण पर आधारित जीवन कौशल प्रबंधन का प्रशिक्षण, नाट्य प्रस्तुतियां।
● रामाचरितमानस में विज्ञान के एक माह के सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन।
● वर्चुअल राम नाम बैंक का संचालन, लगभग अभी तक 80 लाख के लगभग राम नाम का धन जमा।
● 101 दिवसीय कोर्स भी शुरू।
Published on:
30 Mar 2023 07:55 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
