30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जैसलमेर पुलिस का वार्षिक निरीक्षण, जवानों की समस्याओं का समाधान

महानिरीक्षक पुलिस कार्मिक एस. परिमाला ने बुधवार को जैसलमेर जिले का वार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस लाइन में सरमोनियल परेड का आयोजन हुआ, जहां जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के नेतृत्व में परेड की सलामी दी गई।

2 min read
Google source verification
jsm

महानिरीक्षक पुलिस कार्मिक एस. परिमाला ने बुधवार को जैसलमेर जिले का वार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस लाइन में सरमोनियल परेड का आयोजन हुआ, जहां जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के नेतृत्व में परेड की सलामी दी गई। वृताधिकारी रूपसिंह ईंदा, गजेंद्रसिंह चंपावत और थानाधिकारी सुरजाराम ने पुलिस टुकडिय़ों का नेतृत्व किया। परेड के बाद क्राइम सीन, बलवा परेड और नाकाबंदी का डेमो प्रस्तुत किया गया।
इसके बाद महानिरीक्षक पुलिस ने पुलिस लाइन की विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया, जिनमें क्वार्टर गार्ड, जीडी, कोत, स्टोर, एमटी, कैंटीन और मैस शामिल थे। उन्होंने जवानों के आवासीय क्वार्टरों की स्थिति का जायजा लेकर आवश्यक सुधारों के निर्देश दिए।

सम्पर्क सभा में जवानों की समस्याएं सुनीं

निरीक्षण के बाद सम्पर्क सभा आयोजित की गई, जिसमें जिले में तैनात पुलिस अधिकारियों व जवानों की समस्याएं सुनी गईं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जल्द समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान महानिरीक्षक पुलिस ने जवानों को कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की छवि को गौरवमयी बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है और इसके लिए ईमानदारी और सतर्कता से ड्यूटी निभाना जरूरी है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर कैलाशदान जुगतावत, एएसपी पोकरण प्रवीण कुमार, वृताधिकारी रूपसिंह ईंदा, भवानीसिंह, गजेंद्रसिंह चंपावत, अमरसिंह मीणा, आरआई सुमरेदान निपु और जिले के सभी थानाधिकारी मौजूद रहे।

सीएलजी सदस्यों व अधिकारियों संग बैठक

महानिरीक्षक पुलिस ने सीएलजी सदस्यों, गणमान्य नागरिकों और आमजन से बैठक कर जिले में कानून व्यवस्था और पुलिस की भूमिका पर चर्चा की। इसके बाद उन्होंने पुलिस नियंत्रण कक्ष, अभय कमांड सेंटर और एसपी कार्यालय का निरीक्षण किया।

अंत में अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें समस्त वृताधिकारी और थानाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान जिले में अपराध की स्थिति, लंबित मामलों की समीक्षा और पुलिसिंग को और बेहतर बनाने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को जनता से जुड़े रहने और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए।
महानिरीक्षक पुलिस ने जिला पुलिस की कार्यशैली की सराहना की और आवश्यक सुधारों के लिए सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि आधुनिक पुलिसिंग के साथ-साथ आमजन से संवाद बनाए रखना भी जरूरी है ताकि अपराध पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके।