पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत बांकलसर में स्थित श्मशान भूमि बदहाली का शिकार है।
पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत बांकलसर में स्थित श्मशान भूमि बदहाली का शिकार है। यह स्थान जहां लोगों को अंतिम विदाई दी जाती है, वहां न तो चारदीवारी है, न ही कोई पक्की सडक़ या आम रास्ता बना हुआ है। जगह-जगह झाडिय़ां उगी हुई हैं, जिससे अंतिम संस्कार में ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
न छाया की व्यवस्था, न पानी का प्रबंध
श्मशान भूमि में न तो छाया के लिए टिन शेड लगाया गया है और न ही पानी के लिए टांका बनाया गया है। गर्मी व धूप में शव यात्रा लेकर पहुंचे लोग खुले में खड़े रहने को मजबूर हो जाते हैं।
श्मशान भूमि तक जाने का कोई निश्चित मार्ग नहीं है। पूरा क्षेत्र जंगली झाडिय़ों से ढका हुआ है। यह स्थिति बरसों से बनी हुई है, लेकिन अब तक जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। अन्य ग्राम पंचायतों में जहां ग्रेवल रोड, टिन शेड और टांके जैसी व्यवस्थाएं की जा रही हैं, वहीं बांकलसर में हालात जस के तस बने हुए हैं।
-चारदीवारी का अभाव
-टिन शेड नहीं होने से छाया व्यवस्था नहीं
-टांका नहीं, पानी की परेशानी
-झाडिय़ों से घिरी श्मशान भूमि
-आम रास्ता नहीं, शव यात्रा में दिक्कत
ग्रामीण किशनसिंह, महादानसिंह, लीलूसिंह, अशोकसिंह, हेमसिंह, प्रेमसिंह, तेजराजसिंह, कमलसिंह और गेमरसिंह सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में बार-बार ग्राम पंचायत से मांग की गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि श्मशान भूमि की चारदीवारी बनाई जाए, छाया के लिए टिन शेड लगाया जाए, पानी के लिए टांका निर्माण हो और श्मशान तक पहुंचने के लिए ग्रेवल रोड बनाया जाए।