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समग्र औद्योगिक विकास में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की हो प्रभावी भागीदारी

-डॉ. भीमराव अम्बेडकर दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना

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समग्र औद्योगिक विकास में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की हो प्रभावी भागीदारी

समग्र औद्योगिक विकास में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की हो प्रभावी भागीदारी

जैसलमेर. राज्य के समग्र औद्योगिक विकास में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की भागीदारी बढाने के उद्देश्य से डॉ. भीमराव अंबेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना के तहत जिला स्तरीय शिविर का आयोजन गुरुवार को पंचायत समिति जैसलमेर के सभागार में किया गया। शिविर को संबोधित करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर गोपाललाल स्वर्णकार ने सभी लाभार्थियों को बधाई दी एवं सभी विभागों को आपसी समन्वय से योजना का लाभ अधिकतम लोगों तक पहुंचाने की बात कही। उन्होंने बैंकिंग अधिकारियों से भी सकारात्मकता से आवेदनों का निस्तारण करने को कहा। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को माल्यार्पण करने के साथ हुई। योजना का परिचय देते हुए जिला उद्योग एवं वाणिज्यिक केन्द्र की महाप्रबंधक संतोष कुमारी ने बताया कि इस योजना के तहत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के पात्र व्यक्तियों को नवीन उद्यम स्थापित करने और विस्तार करने के लिए राज्य सरकार की ओर से कम लागत पर ऋण सुविधा, सीजीटीएमएसई अंतर्गत गारंटी फीस, मार्जिन मनी अनुदान, ब्याज अनुदान सहित विभिन्न प्रकार की सुविधाओं का प्रावधान किया गया है, जिससे इन वर्गों का आर्थिक सशक्तिकरण हो सकेगा। उन्होंने बताया की योजना में आवेदक राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए साथ ही आवेदक अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित होना चाहिए तथा आवेदक की उम्र 18 वर्ष या अधिक होनी चाहिए।