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आस्था का रेला….उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़, अव्यवस्थाओं से हो रहे परेशान

बाबा के गुरु के दर पर आस्था का रेला-

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आस्था का रेला....उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़, अव्यवस्थाओं से हो रहे परेशान

आस्था का रेला....उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़, अव्यवस्थाओं से हो रहे परेशान

पोकरण. बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ महाराज के आश्रम में दर्शनार्थ भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। जिसके कारण सुबह के समय यहां कतारें लग रही है और आसपास क्षेत्र में चहल पहल भी नजर आ रही है। गौरतलब है कि कस्बे में रामदेवसर तालाब के पास ही बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ महाराज का आश्रम स्थित है। रामदेवरा आने वाले अधिकांश श्रद्धालु इस आश्रम के दर्शनों के बिना अपनी यात्रा अधूरी समझते है। इसलिए रामदेवरा में दर्शनों के बाद सीधे पोकरण पहुंचते है और आश्रम के दर्शन कर फोर्ट का भ्रमण करते है। गत एक माह से श्रद्धालुओं की आवक निरंतर जारी है। साथ ही गत 5 दिनों से चल रहे ***** मेले के दौरान भी प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। जिससे आश्रम के साथ आसपास क्षेत्र में रेलमपेल लगी हुई है। बालीनाथ महाराज के आश्रम में स्थापित भैरव राक्षस की मूर्ति व परचा बावड़ी में बाबा की गेंद के प्रति श्रद्धालुओं में अथाह आस्था है। हालांकि परचा बावड़ी के द्वार पर ताले लगे हुए है, लेकिन बाहर से दर्शन के लिए भीड़ देखी जा रही है।
बाजार में रोनक, मिल रहा रोजगार
बाबा के जातरुओं की आवक बढऩे से कस्बे का बाजार चमक उठा है। बालीनाथ महाराज के आश्रम के पास ही करीब 2 दर्जन अस्थायी दुकानें एवं भोजन के ढाबे लगे हुए है। जिससे लोगों को रोजगार मिल रहा है। इसके अलावा मुख्य बाजार व सड़कें बाबा के भक्तों से अटी हुई है। ऐसे में व्यापारियों के चेहरों पर रौनक नजर आ रही है। रामदेवरा मेले के मद्देनजर सीजनल धंधे करने वाले छोटे-मोटे व्यापारियों का काम चल पड़ा है। रामदेवरा के साथ ही पोकरण में भी श्रद्धालु खरीददारी कर रहे है।
आस्था पर भारी अव्यवस्थाएं
भक्तों की अपार आस्था के बीच आश्रम परिसर में अव्यवस्थाओं का घोर आलम पसरा हुआ है। गत कई वर्षों से आश्रम कुर्क होने के कारण व्यवस्थाओं का जिम्मा प्रशासन पर है और तहसीलदार रिसीवर है। जिसके कारण केवल आश्रम को दर्शनों के लिए खोला गया है। परचा बावड़ी नहीं खोलने से श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं हो रहे है और वे बाहर से ही दर्शन कर रहे है। इसके अलावा छाया के लिए एक शामियाना लगाया गया है, जो भीड़ को देखते हुए नाकाफी साबित हो रहा है। शुद्ध पानी को लेकर भी कोई व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं यहां सफाई व्यवस्था के पुख्ता प्रबंधों का भी अभाव है। अव्यवस्थाओं के आलम के कारण श्रद्धालुओंं को परेशानी हो रही है।