सरहदी जिले की तपती गर्मी में बिजली में व्यवधान अब केवल समस्या तक ही सीमित नहीं है, बल्कि जनस्वास्थ्य और जीवनशैली के लिए परेशानी बन गया है। रेगिस्तान की तपती धूप और उमस ने वैसे ही लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है, ऊपर से लगातार बिजली संकट ने आमजन की तकलीफें कई गुना बढ़ा दी हैं। हालात ऐसे हैं कि दिन में कटौती और रात में अंधेरे ने लोगों को नींद तक नहीं लेने दी। लो-वोल्टेज और ट्रिपिंग ने घरेलू उपकरणों को भी खतरे में डाल दिया है। जिम्मेदार अधिकारी केवल आश्वासन दे रहे हैं, जबकि जनता गर्मी में झुलसने को मजबूर है।
गर्मी का असर ऐसा है कि दोपहर को तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच रहा है, लेकिन इसी दौरान बिजली बार-बार गुल हो जाती है। शहर के कई भागों में दोपहर और रात को मिलाकर रोजाना कई बार विद्युत व्यवधान हो रहा है। शहर में कई स्थानों पर बिजली आ भी रही है, लेकिन वहां वोल्टेज इतना कम है कि कूलर और पंखे तक काम नहीं कर रहे।
शहर के कई हिस्सों में बार-बार ट्रिपिंग की समस्या है। इससे न सिर्फ बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है, बल्कि फ्रिज, इन्वर्टर और मोटर जैसे उपकरणों के भी जलने का खतरा हैं। दुकानदारों की आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक भी पिघलकर नुकसान में बदल रही है।
नहीं मिलता जवाब
बच्चे रातभर रोते हैं, नींद नहीं आती। न तो पंखा चलता है, न कूलर। बिजली विभाग वालों को कॉल करो तो जवाब नहीं मिलता।
कामकाज प्रभावित
रात को बिना बिजली नींद नहीं आती, सुबह काम पर जाना होता है। पूरे दिन चक्कर आता है, कामकाज प्रभावित हो रहा है।
मोहनसिंह, व्यवसायी
Updated on:
19 Jun 2025 08:20 pm
Published on:
19 Jun 2025 10:17 pm