- राजस्थान में सेवा की शुरुआत आज सम के रेगिस्तान से होगी- हेलीकॉप्टर सेवा का मुख्यमंत्री वर्चुअली उद्घाटन करेंगे
जैसलमेर पत्रिका. जम्मू-कश्मीर के वैष्णोदेवी मंदिर के लिए तो हैलीकाप्टर बुक करवाकर दर्शन को लोग पहुंचे है लेकिन राजस्थान में भी अब हैलीकॉप्टर में बैठकर रेगिस्तान का आनंद लिया जा सकेगा। जैसलमेर केे सम के धोरों पर सह सेवा मंगलवार को दोपहर 3.30 शुरू होगी। हेलीकाप्टर राइड्स का नया अध्याय राजस्थान के साथ इससे जुड़ जाएगा।
मंगलवार को अपराह्न पश्चात 3.30 बजे सम सेंड ड्यून्स पर स्थित हेलीपैड से यह सेवा शुरू होगी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्चुअली इसका आगाज करेंगे। इस अवसर पर आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ सहित अन्य जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहेंगे।
अनुमति सम की
सेवा शुरू होने के बाद सैलानियों को सम के मखमली और सर्पिलाकार धोरों के ऊपर हेलीकॉप्टर में बैठकर दूर तक फैले रेगिस्तान के विस्तार को देखने का अनुभव प्राप्त हो सकेगा। राजधानी जयपुर की एवन हेलीकॉप्टर्स फर्म इस जॉय राइड की सेवा मुहैया करवाएगी। राजस्थान पर्यटन विभाग के साथ जिला प्रशासन ने इसके लिए कम्पनी को अनुमति प्रदान कर दी है। सोमवार को जिला कलक्टर टीना डाबी ने जरूरी औपचारिकताएं पूरी करवाने के बाद अनुमति जारी की। सम सेंड ड्यून्स में आरटीडीसी परिसर के ठीक सामने सडक़ पर हेलीपैड पहले से निर्मित है। इसी हेली पैड का इस्तेमाल यहां हेलीकॉप्टर सेवा के संचालन के लिए किया जाना है।
7000 में उड़ान
हेलीपैड से बेल-407 हेलीकॉप्टर में बैठा कर रेगिस्तान के ऊपर उड़ान का आनंद दिलाएगी। इस अवधि में सैलानी रोमांचकारी सफर के दौरान सम सेंड ड्यून्स को जमीन से कई सौ फीट की ऊंचाई से निहार सकेंगे और फोटो व वीडियोग्राफी कर सकेंगे। पायलट के अलावा 6 व्यक्ति होंगे। प्रति व्यक्ति 7000 रुपए का शुल्क रहेगा। मांग पर अन्य शहरों के लिए भी हेलीकॉप्टर किराए पर उपलब्ध रहेगा। आने वाले दिनों में जयपुरए जोधपुरए उदयपुर में भी हेलीकॉप्टर राइड की सेवा शुरू की जा सकती है।
अनुमति मिली तो अन्यत्र भी
कम्पनी के सीइओ सोहनसिंह नाथावत ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से अनुमति मिलती है तो कम्पनी जैसलमेर शहर के दर्शनीय स्थलों पर भी जॉय राइड की यह सुविधा मुहैया करवाने के लिए तैयार है।