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लगातार बढ़ रही है सर्पदंश की घटनाएं

लाठी. क्षेत्र के सोजियों की ढाणी सहित आसपास क्षेत्र में लगातार पीवणा सांप का आतंक बढ़ता जा रहा है। जिससे आमजन भय व दहशत के माहौल में है। लगातार सर्पदंश की घटनाएं बढ़ती जा रही है तथा लोग पीवणा सांप के शिकार हो रहे है।

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Incidence of snakebite is increasing continuously in jaisalmer

लगातार बढ़ रही है सर्पदंश की घटनाएं

जैसलमेर/लाठी. क्षेत्र के सोजियों की ढाणी सहित आसपास क्षेत्र में लगातार पीवणा सांप का आतंक बढ़ता जा रहा है। जिससे आमजन भय व दहशत के माहौल में है। लगातार सर्पदंश की घटनाएं बढ़ती जा रही है तथा लोग पीवणा सांप के शिकार हो रहे है। बावजूद इसके वन विभाग की ओर से सांप को पकडऩे को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। क्षेत्र के चांधन, सोजियों की ढाणी सहित आसपास क्षेत्र में रेत का समंदर फैला हुआ है। इस बार क्षेत्र में अच्छी बारिश भी हुई है। बारिश के बाद पीवणा सांप का आतंक बढ़ गया है। गत दो माह से चल रहे पीवणा सांप के आतंक से आमजन दहशत में है।
यह है पीवणा सांप
विशेषज्ञों के अनुसार पीवणा सांप करीब सात फीट लम्बा होता है। इसका रंग बालू रेत की तरह होता है। जिससे रेत के धोरों में नजर नहीं आता है। मानसून की बारिश के बाद इनकी संख्या बढ़ जाती है। दिन की रोशनी में यह सांप अपने बिलों में ही रहता है। रात के अंधेरे में यह सांप बाहर निकलता है और अपना शिकार ढूंढ़ता है। इंसानों की गंध सूंघने की इसकी क्षमता अच्छी होती है। यह सांप सोए हुए इंसानों को अपना शिकार बनाता है।
श्वास में जहर मिलाकर छोड़ता है पीवणा सांप
ग्रामीणों के अनुसार रेगिस्तान का पीवणा सांप इंसानों को काटने की बजाय नींद में सोए व्यक्ति के सीने पर बैठ जाता है। इसके बाद फन फैलाकर व्यक्ति की ओर से श्वास लेने पर उसकी श्वास में जहर छोड़ता है। दिन चढऩे के साथ जहर का असर होने लगता है। व्यक्ति के मुंह के तालू में एक छाला हो जाता है। सूर्य की रोशनी के बढऩे के साथ छाला बढ़ता रहता है और व्यक्ति के सीने में दर्द होने लगता है। इससे पीडि़त की मौत भी हो जाती है।
कार्रवाई करने की मांग
ढाणी में निवास कर रहे जामखां, लालदीनखां, अलारखखां, मीरेखां ने बताया कि क्षेत्र में पीवणा सांप का खौफ दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। जिससे ग्रामीण भय व दहशत के माहौल में है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई बार वन विभाग व प्रशासन को अवगत करवाया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।