15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मां चामुण्डा देवी प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव : भक्ति और एकता का अद्भुत संगम

लौद्रवा गांव में नवनिर्मित मां चामुण्डा देवी मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव भक्ति, श्रद्धा और समाज की एकता का अनुपम उदाहरण बनकर संपन्न हुआ।

2 min read
Google source verification

लौद्रवा गांव में नवनिर्मित मां चामुण्डा देवी मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव भक्ति, श्रद्धा और समाज की एकता का अनुपम उदाहरण बनकर संपन्न हुआ। आयोजन का शुभारंभ जैसलमेर से शोभायात्रा के साथ हुआ, जिसमें हजारों समाजबंधुओं ने पारंपरिक वेशभूषा में भाग लिया। शोभायात्रा में मां चामुंडा के नौ रूपों की जीवंत झांकियां, ऊंटों पर रानी लक्ष्मीबाई और संत-महापुरुषों के स्वरूप विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। हनुमान चौराहे पर जम्मू-कश्मीर के पहलगांव में आतंकी हमले में शहीद हुए पर्यटकों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद लौद्रवा में कलश यात्रा के साथ पूरे गांव की परिक्रमा निकाली गई। मंदिर परिसर में तीन दिवसीय हवन-पूजन और हजारों श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी का प्रबंध रहा।आयोजन में राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत और जैसलमेर के विधायक छोटू सिंह भाटी ने शिरकत कर समाज की एकता और अनुशासन की भूरी-भूरी प्रशंसा की। विधायक भाटी ने कहा कि माली सैनी समाज ने जो अनुशासन, एकता और सेवा भाव दिखाया है, वह अन्य समाजों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। भविष्य में समाज के हर कार्य में हरसंभव सहयोग देने का भरोसा जताया। अतिरिक्त जिला कलेक्टर परसाराम सैनी ने समाज की सक्रियता और सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने युवा पीढ़ी को शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। समारोह में समाजसेवी किशोर सिंह परिहार और मन्नवंत गहलोत ने भी अपने प्रेरक विचार रखते हुए समाज के विकास में एकजुटता का आह्वान किया।

बताया धर्म व संस्कारों का महत्व

गजरूप सागर मठाधीश महंत बाल भारती महाराज ने धर्म और संस्कारों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए आयोजन को शुभकामनाएं दीं। मंदिर निर्माण में मुख्य योगदान देने वाले भामाशाह किशोरसिंह कच्छवाहा एवं उनके परिवार का विशेष सम्मान किया गया। किशोर सिंह कच्छवाहा ने अपने निजी संसाधनों से मंदिर निर्माण में उदारतापूर्वक योगदान दिया, जिससे समाज का वर्षों पुराना सपना साकार हुआ। परिवार के प्रति समारोह में गहरा आभार व्यक्त किया गया।समाज ने समारोह में आए अतिथियों को मां चामुण्डा देवी का चित्र, माला, साफा और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। आयोजन में भामाशाहों ने सेवाएं दी। महोत्सव की सफलता में लौद्रवा गांव के ग्रामवासियों, पुलिस प्रशासन, विद्युत विभाग और समस्त समाजबंधुओं का सहयोग रहा। समापन अवसर पर माली समाज के अध्यक्ष देवीलाल पंवार और चामुंडा देवी सेवा समिति के अध्यक्ष प्रेमाराम सोलंकी ने मंच से समस्त अतिथियों, ग्रामवासियों, कार्यकर्ताओं और सहयोगियों का आभार जताया।