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जोखिम भरी रात में अब राह पर सुरक्षा का उजाला, चमकेगी जिंदगी

जैसलमेर-पोकरण मार्ग पर सडक़ों पर हादसों को रोकने और दम तोड़ते पशुओं को बचाने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है।

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जैसलमेर-पोकरण मार्ग पर सडक़ों पर हादसों को रोकने और दम तोड़ते पशुओं को बचाने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। विगत दिनों में हुए हादसों को देखते हुए और आगामी पर्यटन सीजन के उफान पर होने से हादसों पर अंकुश लगाने का बीड़ा स्वयंसेवी संगठनों ने उठाया है। इसी क्रम में धोलिया, खेतोलाई, सोढ़ाकोर आदि क्षेत्रों में गोवंश के गले में रेडियम बेल्ट बांधने का अभियान शुरू कर दिया गया है। अब तक 600 गो वंश के रेडियम बेल्ट बांधा गया है, वहीं 2 हजार से अधिक गो वंश को रात में जगमगाने वाली ये बेल्ट बांधी जाएगी। करणी कृपा गो रक्षक दल और भोपालसिंह विकास सेवा समिति बडोड़ा गांव ने यह पहल की है। भोपालसिंह विकास सेवा समिति, बडोड़ा गांव से जुड़े देरावरसिंह बताते हैं कि अभियान के दौरान गो वंश के गले में रेडियम बांधे जा रहे है। इसके साथ-साथ जिन गो वंश के गले में रेडियम बेल्ट नहीं बांधे जा सकते, उनके सींगों पर रेडियम लगाए जा रहे हैं, ताकि हादसे की आशंका को रोका जा सके। दल के संयोजक हाकमदान झीबा ने बताया कि गो वंश को बांधी जाने वाली रेडियम बेल्ट रात में चमकती है, जिससे अंधेरे में वाहन चालकों को सडक़ पर खड़े या चल रहे पशु आसानी से दिख सकते हैं। इस तरह हादसों की आशंका कम हो जाती है। यह कदम विशेष रूप से उन क्षेत्रों में उठाया गया है, जहां सडक़ हादसों की घटनाएं लगातार बढ़ रही थी।

अब ट्रेक्टर-ट्रोली पर भी लगेंगे

गो वंश के साथ-साथ ट्रेक्टर-ट्रॉली पर भी अब रेडियम प्लेट लगाने का अभियान शुरू किया जाएगा, ताकि रात में अंधेरे में दुर्भाग्यवश वाहन न दिखने पर हादसा न हो और न ही कोई राहगीर या मूक प्राणी उनकी चपेट में आए।

आगे आ रहे भामाशाह

रेडियम बेल्ट की व्यवस्था भामाशाहों और दल के सदस्यों के सहयोग से की गई है। अभियान में सुरेन्द्रसिंह, देरावरसिंह भाटी, हाकमदान झीबा, पल्लव मित्तल सहभगी बने हुए हैं। दल का मानना है कि यह प्रयास न केवल गोवंश के संरक्षण में सहायक होगा, बल्कि यात्रियों के लिए भी सुरक्षित यात्रा में भी कारगर साबित होगा। गो वंश के लिए रेडियम बेल्ट उपलब्ध कराने के लिए समीर मित्तल की ओर से 1 हजार रेडियम बेल्ट का सहयोग दिया गया है। इसी तरह 500 बेल्ट गो रक्षक टीम, 500 सुशील सोनी और 500 देरावरसिंह की ओर से रेडियम बेल्ट उपलब्ध कराए जाएंगे।

हकीकत : गत 11 माह में तीन दर्जन हादसे, तीन की मौत

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 11 पोकरण-जैसलमेर मार्ग पर सडक़ के दोनों तरफ चाचा, खेतोलाई, धोलिया, लाठी, सोढ़ाकोर, चांधन गांव स्थित है। ये सभी गांव पशु बाहुल्य क्षेत्र है। ऐसे में राजमार्ग पर दिन व रात में हर समय पशुओं का स्वच्छंद विचरण रहता है। विशेष रूप से रात में पर्याप्त रोशनी के अभाव में वाहनों के पशुओं से टकरा जाने और हादसा हो जाने की आशंका बढ़ जाती है। पूर्व में भी यहां कई बार हादसे हो चुके है। गत जनवरी माह से अब तक यहां करीब तीन दर्जन हादसों में तीन दर्जन से अधिक घायल हो चुके है, जबकि तीन जनों की मौत हो चुकी है।