पोकरण कस्बे में शुक्रवार को रामदेवरा में बाबा रामदेव की समाधि के दर्शनों के बाद सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे, जिससे यहां भी चहल पहल व मेले जैसा माहौल नजर आया।
पोकरण कस्बे में शुक्रवार को रामदेवरा में बाबा रामदेव की समाधि के दर्शनों के बाद सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे, जिससे यहां भी चहल पहल व मेले जैसा माहौल नजर आया। बावजूद इसके अव्यवस्थाओं के चलते श्रद्धालुओं को परेशानी से रु-ब-रु होना पड़ा। जन-जन की आस्था के प्रतीक लोकदेवता बाबा रामदेव की समाधि पर भादवा माह में मेला आयोजित होगा। इस दौरान श्रद्धालुओं की आवक श्रावण माह के शुक्ल पक्ष में शुरू होगी, लेकिन शुक्रवार को आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को रामदेवरा में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। इनमें से अधिकांश श्रद्धालु समाधि के दर्शनों से पहले व बाद में पोकरण पहुंचे। यहां बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ महाराज के आश्रम के दर्शन करने के साथ सालमसागर, रामदेवसर तालाब व ऐतिहासिक फोर्ट का भ्रमण किया। इस दौरान यहां अव्यवस्थाओं के चलते श्रद्धालुओं को परेशानी हुई। मेले से पूर्व जब सैकड़ों श्रद्धालुओं में ही हालात बिगड़ गए तो मेले के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की आवक होने पर श्रद्धालुओं का परेशानियों से बेहाल हो जाएगा।
देश के कोने-कोने से शुक्रवार को हजारों श्रद्धालु रामदेवरा पहुंचे। गुरुवार की मध्यरात्रि बाद 2 बजे श्रद्धालुओं की आवक शुरू हो गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पोकरण की होटलों में विश्राम किया। इसके बाद रामदेवरा में दर्शन कर पुन: पोकरण लौटे और यहां के स्थलों का भ्रमण किया। इस दौरान यातायात व्यवस्था पूरी तरह से लडख़ड़ा गई। यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने अपने वाहन फोर्ट रोड, सालमसागर तालाब के साथ ही जोधपुर रोड, जैसलमेर रोड के आसपास खड़े कर दिए। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की कतार के चलते व्यवस्था चरमरा गई और दिन भर जाम की स्थिति बनी रही। हालांकि स्थानीय यातायात पुलिस ने व्यवस्था संभाली, लेकिन भीड़ के चलते पुलिसकर्मियों की संख्या नाकाफी दिखी। इसी प्रकार जैसलमेर रोड पर स्थित सीएनजी पंप पर भी वाहनों की 2 से 3 किलोमीटर तक कतारें लगी। ऐसे में होटल संचालकों व दुकानदारों को खासी परेशानी हुई।
कस्बे के बालीनाथ महाराज के आश्रम के पास गंदे पानी की निकासी को लेकर पुख्ता प्रबंध नहीं है। शुक्रवार को श्रद्धालुओं को कीचड़ व गंदगी के कारण परेशानी हुई। इसी प्रकार कस्बे के जोधपुर-जैसलमेर रोड के किनारे भी सफाई व्यवस्था बिगड़ी होने के कारण कचरे के ढेर देखे गए। ऐसे में श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बाबा रामदेव का अंतरप्रांतीय मेला विधिवत रूप से भादवा माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को शुरू होगा और एकादशी तक चलेगा। श्रद्धालुओं की आवक श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को शुरू हो जाती है। ऐसे में डेढ़ माह में यहां लाखों श्रद्धालु पहुंचकर दर्शन करते है। इनमें से अधिकांश श्रद्धालु पोकरण पहुंचते है। श्रावण माह के शुक्ल पक्ष में 25 जुलाई के बाद श्रद्धालुओं की आवक शुरू हो जाएगी। प्रशासन के पास व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए केवल एक माह का समय शेष रहा है।