नाबालिग ने इसका विरोध किया तो दरिंदे ने मारपीट की और प्राइवेट पार्ट में गर्म खोलता तेल डालकर प्रताड़ित किया। बालिका के अनुसार जब उसने यह बात अपनी मां को बताई तो उसने चुप रहने को कहा। पीड़ित बालिका ने उसे दो दिन कमरे में बंद रखने का भी आरोप लगाया गया है।
जब बालिका की पीड़ा बढ़ी तो उसकी मां उसे अस्पताल लेकर आई और उपचार करवाया। बालिका ने घर से बाहर आकर एक यातायातकर्मी को अपनी पीड़ा सुनाई, जिसने उसे
जैसलमेर शहर कोतवाली पहुंचाया, जहां पुलिस ने बालिका से मारपीट का मामला दर्ज किया गया। इसके बाद पीड़ित बालिका को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द किया गया।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मुकेश व्यास के अनुसार बालिका की शिकायत पर पुलिस को पत्र प्रेषित कर मामला दर्ज करने को कहा गया है। उधर, महिला थाना पुलिस के अनुसार बालिका के बयान लेने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।