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Rajasthan: रेगिस्तान के धोरों में विकास की प्यास ‘पानी’ पर अटकी, औद्योगिक विकास की कछुआ चाल, जानें कारण

रेगिस्तान के धोरों में औद्योगिक विकास की गति ‘पानी’ पर अटकी है। बाड़मेर, बालोतरा और जैसलमेर जैसे सरहदी जिलों में वाणिज्यिक जल कनेक्शन के लिए हुए अधिकांश आवेदन या तो खारिज हो चुके हैं या फाइलों में अटके पड़े हैं।

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जैसलमेर में सम पर्यटन क्षेत्र, पत्रिका फोटो

दीपक व्यास
जैसलमेर. रेगिस्तान के धोरों में औद्योगिक विकास की गति ‘पानी’ पर अटकी है। बाड़मेर, बालोतरा और जैसलमेर जैसे सरहदी जिलों में वाणिज्यिक जल कनेक्शन के लिए हुए अधिकांश आवेदन या तो खारिज हो चुके हैं या फाइलों में अटके पड़े हैं। एक ओर विकास की संभावनाएं हैं, दूसरी ओर कहीं नियमों की बाध्यता तो कहीं नीतिगत अस्पष्टता ने इन जिलों को पीछे छोड़ रखा है।

जैसलमेर: यहां केवल 14 आवेदन आए

जैसलमेर जिले में केवल 14 आवेदन हुए, जिनमें से 5 पर्यटन क्षेत्र सम में हैं। लेकिन यहां भी नियमों के चलते कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हुआ है। एक आवेदन खारिज हो चुका है और 4 लंबित हैं। जैसलमेर शहर के 9 में से सभी आवेदन अब तक निर्णय की प्रतीक्षा में हैं। गौरतलब है कि सम क्षेत्र, जहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं, वहां अब तक वाणिज्यिक कनेक्शन की नीति तय नहीं हो पाई है।

बाड़मेर: आवेदन खारिज होने की दर ज्यादा

बाड़मेर में कुल 83 वाणिज्यिक जल कनेक्शन के आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से 54 आवेदन खारिज कर दिए गए — यानी 65 प्रतिशत से अधिक। केवल 22 स्वीकृत हुए, और 7 अब भी पेंडिंग हैं। ब्लॉकवार स्थिति देखने पर बाड़मेर शहरी क्षेत्र में सबसे अधिक 42 आवेदन आए, जिनमें से 22 खारिज हुए। बाड़मेर ग्रामीण में 14 में से 12 आवेदन खारिज कर दिए गए। वहीं चौहटन, गडरा रोड, शिव और गुड़ामलानी जैसे क्षेत्रों में भी खारिजी दर अधिक रही।

बालोतरा: आधे से ज्यादा पेंडिंग

बालोतरा में कुल 71 आवेदन मिले, जिनमें से 37 खारिज हुए — यानी करीब 52फीसदी। केवल 14 स्वीकृत किए गए जबकि 20 अभी भी लंबित हैं। यहां बालोतरा सिटी में सबसे ज्यादा 38 आवेदन सामने आए, जिनमें से 19 खारिज हो चुके हैं। सिणधरी में चारों आवेदन खारिज कर दिए गए जबकि समदड़ी व सिवाना में अधिकांश आवेदन अब भी पेंडिंग हैं।

कहां कितने आवेदन

खेरथल तिजारा 208
डीडवाना कुचामन 137
जयपुर 4423
अजमेर 987
अलवर 203
भरतपुर 127
बीकानेर 564
जोधपुर 1284

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