
रामदेवरा कस्बे में मुख्य डामर सडक़ों से अतिक्रमण हटाने और सडक़ों को चौड़ा करने के बाद भी यातायात व्यवस्था पटरी पर नहीं आ सकी है। बाजार क्षेत्रों में वाहनों की अनियंत्रित पार्किंग के कारण पैदल चलने वाले यात्रियों और ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। परचा बावड़ी रोड, प्रथम पुलिया, द्वितीय पुलिया, सूचना केंद्र एक और मुख्य बाजार की लिंक सडक़ों पर लगातार दोपहिया और चौपहिया वाहनों की पार्किंग हो रही है। इसके कारण सडक़ों पर जगह कम पड़ जाती है और जाम की स्थिति बन जाती है। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में नो एंट्री के बोर्ड तो लगाए गए हैं, लेकिन इनका पालन नहीं हो रहा। पोकरण रोड और नाचना चौराहा जैसे प्रवेश मार्गों पर लगे संकेत महज औपचारिकता बनकर रह गए हैं। बाजार में वाहनों की आवाजाही और पार्किंग बेधडक़ जारी है। स्थिति यह है कि चौड़ी हुई सडक़ों का लाभ पैदल चलने वालों को नहीं, बल्कि वाहन चालकों को पार्किंग के रूप में मिल रहा है। सडक़ों के किनारे जगह मिलने पर ही पैदल यात्री चल पा रहे हैं, जिससे दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है। कुछ ही दिनों में रामदेवरा मेले की शुरुआत होगी, जिसमें देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। भीड़ बढऩे के साथ यदि वाहनों की आवाजाही और पार्किंग को नियंत्रित नहीं किया गया तो यातायात पूरी तरह ठप हो सकता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बाजार क्षेत्र में चौपहिया वाहनों की नो एंट्री को सख्ती से लागू किया जाए। साथ ही, वैकल्पिक पार्किंग स्थल बनाकर मेले के दौरान बाजार को वाहनों से मुक्त रखा जाए, जिससे श्रद्धालु और ग्रामीण सुगमता से चल सकें।
Published on:
13 Jul 2025 10:36 pm
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