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रामदेवरा में जल-भराव से हालात बिगड़े, मकान पानी में घिरे, लोग परेशान

रामदेवरा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मानसून मेहरबान है। बीते कई दिनों से लगातार बरसात का दौर जारी है।

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रामदेवरा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मानसून मेहरबान है। बीते कई दिनों से लगातार बरसात का दौर जारी है। चारों ओर पानी ही पानी नजऱ आ रहा है। बरसाती पानी की रामदेवरा में निकासी के ठोस प्रबंधन नही होने से क्षेत्र की बस्तियों के घर, धर्मशालाएं, सडकें और गलियों में जल-जमाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में अगले महीने आयोजित होने वाले भादवा मेले में आने वाले लाखो यात्रियों को बरसात के मौसम में बरसाती पानी से भारी परेशानी उठानी पड़ेगी। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में लगातार तीन दिन की बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। क्षेत्र के कई इलाकों के लिए ये बारिश आफत साबित हुई है। रामदेवरा के कई क्षेत्र के ग्रामीण पिछले कई दिनों से बारिश से पैदा हुई परेशानियों से जूझ रहे हैं। गांव में हुई मूसलाधार बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया है। गांव के रास्ते और गलियां तक पानी में डूबे पड़े हैं। शनिवार को एनएच 11 से जुड़ी मुख्य डामर सडक़ जो बाबा रामदेव मंदिर को जाती हैं। इस सडक़ पर पानी का जल जमाव होने से केवल वाहन ही गुजर सके। पैदल चलने वाले सडक़ के किनारे होटलों में से होकर मुश्किल से गुजरे। यहां प्रशासन पानी निकासी को लेकर प्रभावी प्रयास न होने से मुसीबत और बढ़ गई। जगह-जगह पानी ही पानी नजऱ आ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में गांव में हर बार ये हालात होते है। गांव में चारों तरह पानी भर जाता है। प्रशासन बरसाती पानी की निकासी के ठोस प्रबंधन अभी तक नही कर पाया हैं।

यहां बढ़ी परेशानी

रामदेवरा की एनएच - 11 के किनारे स्थित वानर बस्ती, रावतसर तालाब के पास, कुमावत बस्ती, एनएच 11 से जुड़ी मंदिर जाने वाली मुख्य सडक़, डालीबाई धर्मशाला के पास, राजीव गांधी कुष्ठ कॉलोनी, रुणिचा कुआ बस्ती, नोखा चौराहा, रुणिचा कुआ लिंक रोड आदि क्षेत्र में बारिश के दौरान जल जमाव की स्थिति बन जाती हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से अब तक पानी निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। ग्रामीणों ने मांग की है कि गांव के विभिन्न क्षेत्रों में जमा बरसाती पानी की जल्द निकासी करवाई जाए। नोखा चौराहा पर व्यवस्था सुधारने पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। यहां से हजारों स्कूली बच्चे हिम्मत करके स्कूल जाते हैं। पानी से गुजरते वक्त बच्चों के गिरने और चोटिल होने की भी आशंका बनी रहती है।

दर्शन करने के लिए पानी में खड़े होकर जाना मजबूरी

लोक देवता बाबा रामदेव समाधि दर्शन को आने वाले यात्रियों को बारिश के दौरान चाचा चौक,नोखा चौराहा और पेडीवाल धर्मशाला के पास टीन शेड के नीचे बरसाती पानी में घंटों खड़े होकर फिर बाबा रामदेव समाधि दर्शन को जाना पड़ता है।