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जैसलमेर

काणोद माइनर के खेत बने दरिया, ज्ञापन देने पहुंचे किसान, कोई अधिकारी नहीं मिला

 मोहनगढ़ क्षेत्र में गत सप्ताह भारी बारिश की वजह से ग्रामीणों व किसानों को काफी नुकसान हुआ है।

जैसलमेरAug 12, 2024 / 08:09 pm

Deepak Vyas

jsm
 मोहनगढ़ क्षेत्र में गत सप्ताह भारी बारिश की वजह से ग्रामीणों व किसानों को काफी नुकसान हुआ है। नहरी क्षेत्र में खेतों में अभी भी पानी भरा होने से फसलें नष्ट हो गई। मोहनगढ़ के नहरी क्षेत्र के काणोद माइनर में अभी भी खेतों में पानी भरा है। किसानों ने कई बार पानी निकालने की मांग की। सोमवार को किसान जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन देने के लिए उपनिवेशन तहसील मोहनगढ़ नंबर एक पहुंचे। जहां पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अलावा कोई कार्मिक नहीं मिला। कार्यालय में एक कमरा खुला था बाकि सभी कमरे बंद थे। कई कमरों के ताले लगे हुए मिले। इसको लेकर किसानों में रोष देखने को मिला। किसानों ने अपना ज्ञापन सूचना पट्ट कर चस्पा कर प्रशासन से उचित कार्यवाही की मांग की है, वहीं विशेष गिरदावरी करवाकर बाढ़ से नष्ट हुई फसलों का मुआवजा दिलाने की मांग की। इस दौरान किसान नेता साहबान खां, आजम खां, कायम खां, सतार अली, दीने खां, बली खां आदि मौजूद रहे।

सूचना पट्ट पर ज्ञापन चस्पा

किसान अपनी समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर के नाम उपनिवेशन तहसीलदार उपनिवेशन तहसील नंबर एक को ज्ञापन सौंपने के लिए पहुंचे। सुबह साढे़ ग्यारह बाद तक भी कार्यालय में अधिकांश कमरों के ताले लगे हुए थे। टीआरए के कमरे का दरवाजा खुला था। जिसमें संविदाकर्मी व सहायक कर्मचारी जरूर मिले। तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कानूनगो, रीडर, एसीसी कार्यालय आदि कमरों के ताले लगे हुए मिले। तो कमरों के कूंटे लगे मिले। किसी भी कार्मिक के नहीं मिलने से किसानों को मायूसी हाथ लगी। किसानों में रोष देखने को मिला। परेशान होकर किसानों ने सूचना पट्ट पर ज्ञापन चस्पा कर दिया। ज्ञापन में बताया कि उपनिवेशन तहसील मोहनगढ एक के चक तीन केएनएम बी, चार केएनएम, चार केएनएम ए, पांच केएनएम, पांच केएनएम ए, छ: केएनएम, छ: केएनएम ए में पांच अगस्त को हुई मूसलाधार बरसात की वजह से पानी भर गया। बताया जा रहा है कि करीब 100 मुरबे जल मग्न होने की गए। खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो गई। उन्होंने सभी मुरबों की विशेष गिरदावरी करवाकर उक्त किसानों को भारी बरसात की वजह से हुए नुकसान का मुआवजा राज्य सरकार व जिला प्रशासन से दिलाने की मांग जिला कलेक्टर से की है।

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