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पोकरण. कस्बे के रामदेवसर तालाब के आगोर में अतिक्रमण न केवल उनके स्वयं के लिए, बल्कि आसपास क्षेत्र के बस्ती के लिए भी खतरा बन सकता है। तालाब के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश के पानी की आवक के लिए कई छोटे बड़े नाले बने हुए हैं। जिससे बहकर पानी तालाब में आता है। तालाब की आगोर में नगरपालिका व राजस्व विभाग की लापरवाही के चलते बड़ी संख्या में अतिक्रमण कर लोगों की ओर से मकान निर्माण करवा दिए हैं।
अब नालों को ही बंद कर बना दिया मार्ग
रामदेवसर तालाब के आगोर में अतिक्रमणकारियों ने पूर्व में अतिक्रमण कर मकानों का निर्माण करवा दिया गया, लेकिन घरों तक जाने के लिए मार्ग नहीं होने के कारण उन्होंने बरसाती नालों को ही रेत, कचरे व मिट्टी से भरकर अपनी मर्जी से ही मार्ग का निर्माण करवा दिया, ताकि वे सुगमता से अपने घरों तक आवागमन कर सके।
बारिश के दौरान बढ़ सकती है परेशानी
रामदेवसर की आगोर में पानी की आवक के लिए बने सैंकड़ों वर्ष पुराने बरसाती नालों को कस्बे के अतिक्रमियों की ओर से रेत, कचरा व मिट्टी डालकर भर दिया गया है, जो बारिश के दिनों में उन्हीं लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। ज्यादा बारिश के दौरान रेत व मिट्टी से अटे पड़े नालों से पानी रामदेवसर तालाब तक नहीं पहुंचकर नालों से ओवरफ्लो होगा तथा दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर स्थित बस्तियों में घुस जाएगा। इससे बस्तियों के जलमग्न होने की आशंका बनी हुई है तथा उन्हीं लोगों के लिए परेशानी बढ सकती है, जिन्होंने बरसाती नालों को रेत व मिट्टी से भरकर यहां अवैध रूप से मार्ग का निर्माण करवाया है।
खुलवाया जाएगा नाला
रामदेवसर की आगोर की पैमाइश व सीमांकन चल रहा है। आगोर में आने वाले अतिक्रमणों को हटाया जाएगा। बरसाती नालों में रेत डालकर पानी के बहाव को रोकने का प्रयास किया गया है, जो गलत है। मौका जांच करवाकर नालों को खुलवाया जाएगा तथा बारिश के पानी की निकासी की व्यवस्था की जाएगी।
- जोधाराम विश्रोई, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका, पोकरण।
Updated on:
17 Oct 2017 02:48 pm
Published on:
17 Oct 2017 02:45 pm
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