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लापरवाही की पराकाष्ठा, 3 घंटे तक ओवरफ्लो होकर बहता रहा नीर… एमबी वेल हुआ पानी-पानी

पोकरण कस्बे में जलापूर्ति के लिए बनाया गया शहरी जलप्रदाय योजना का हेडवक्र्स एमबी वेल शुक्रवार को तडक़े पानी से लबालब हो गया और तालाब की तरह पानी जमा हो गया।

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पोकरण कस्बे में जलापूर्ति के लिए बनाया गया शहरी जलप्रदाय योजना का हेडवक्र्स एमबी वेल शुक्रवार को तडक़े पानी से लबालब हो गया और तालाब की तरह पानी जमा हो गया। साथ ही पीछे की तरफ पानी व्यर्थ बहता हुआ बालीनाथ महाराज के आश्रम तक पहुंच गया। करीब तीन घंटे बाद पानी की आपूर्ति बंद की गई और दोपहर तक पानी एमबी वेल से बाहर निकल पाया। गौरतलब है कि कस्बे में पोकरण-फलसूंड पेयजल लिफ्ट परियोजना के बीलिया हेडवक्र्स से पानी की आपूर्ति की जाती है। बीलिया हेडवक्र्स से पानी शहरी जलप्रदाय योजना के फोर्ट रोड से रामदेवसर तालाब जाने वाले मार्ग पर स्थित एमबी वेल हेडवक्र्स पहुंचता है। यहां से कस्बे के विभिन्न गली-मोहल्लों में बारी के अनुसार जलापूर्ति की जाती है। गुरुवार देर रात बीलिया हेडवक्र्स से एमबी वेल पर पानी की आपूर्ति शुरू की गई। एमबी वेल पर बनी सीडब्ल्यूआर लबालब भरने के बाद कार्मिक पानी की आपूर्ति बंद करना भूल गए, जिसके कारण सीडब्ल्यूआर ओवरफ्लो हो गई।

करीब तीन घंटे तक ओवरफ्लो होकर बहता रहा पानी

एमबी वेल पर बनी सीडब्ल्यूआर शुक्रवार को तडक़े करीब साढ़े तीन-चार बजे सीडब्ल्यूआर से पानी ओवरफ्लो होने लगा। सीडब्ल्यूआर एमबी वेल की चारदीवारी के बीच में बनी हुई है। जिसका आधा हिस्सा परिसर के अंदर और आधा हिस्सा परिसर के बाहर है। ऐसे में एक तरफ ओवरफ्लो पानी एमबी वेल हेडवक्र्स परिसर में पानी भर गया। दूसरी तरफ चारदीवारी के बाहर व्यर्थ बहता पानी पूरी सडक़ के साथ आगे 100 मीटर दूर बालीनाथ महाराज के आश्रम तक पहुंच गया। ऐसे में लाखों गैलन शुद्ध पानी व्यर्थ बह गया।

करंट का फैल गया भय, मचा हडक़ंप

एमबी वेल में सीडब्ल्यूआर ओवरफ्लो होने से परिसर में करीब एक फीट तक पानी जमा हो गया और पूरा परिसर ताल-तलैया बन गया। रात में ड्यूटी पर कार्यरत कार्मिक की जब नींद खुली तो चारों तरफ पानी देख उसके होश उड़ गए। पानी परिसर के साथ ही यहां निर्मित बूस्टर, बिजली पैनल व आवास कक्षों में भी भर गया। ऐसे में कार्मिक चिंतित हो गया और करंट के भय के कारण चिंतित हो उठा। हालांकि गनीमत रही कि सुबह 5 बजे एमबी वेल पर बिजली गुल हो गई, जो करीब सात बजे बाद सुचारु हो सकी।

कहीं पाइपलाइन लीकेज, कहीं सप्ताहभर में जलापूर्ति

कस्बे में गत कई दिनों से जलापूर्ति व्यवस्था लडखड़़ाई हुई है। कस्बे में करीब एक दर्जन स्थानों पर पाइपलाइन लीकेज पड़ी है। जिसके कारण प्रतिदिन जलापूर्ति के दौरान सैकड़ों गैलन शुद्ध पानी व्यर्थ बह रहा है। शुक्रवार को तडक़ेे लाखों गैलन शुद्ध पानी व्यर्थ बह गया। दूसरी तरफ कस्बे के कई गली मोहल्लों में सप्ताहभर में जलापूर्ति हो रही है। बावजूद इसके जिम्मेदारों की ओर से व्यवस्था को सुधारने को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है।

की जा रही है जांच, करेंगे कार्रवाई

एमबी वेल पर सीडब्ल्यूआर ओवरफ्लो हो जाने से अत्यधिक पानी व्यर्थ बह गया। सूचना पर पानी की आपूर्ति बंद करवाई गई। इस संबंध में सहायक अभियंता को जांच करने और लापरवाह कार्मिकों के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित करने एवं तथ्यात्मक रिपोर्ट व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। लापरवाहों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

  • जेराराम गेंवा, अधिशासी अभियंता जलदाय विभाग, पोकरण