विजय दिवस को मिले राष्ट्रीय पर्व का दर्जा
उन्होंने कहा कि जैसलमेर की धरती पर भी कई वीर योद्धा पैदा हुए है। इस अवसर पर समाजसेवी सूरजपालसिंह ने 1971 के विजय दिवस को राष्ट्रीय पर्व का दर्जा देने की मांग की। आयोजन में भामाशाह मनोहरसिंह जोधा, सांगसिंह देवड़ा, रूपसिंह खारा तथा सूरजपालसिंह ने व्यवस्थाओं में सहयोग दिया। केन्द्रीय विद्यालय डाबला की छात्राओं ने देश भक्ति की प्रस्तुति दी। छात्रा विष्णु कंवर भाटी ने देश भक्ति पर कविता पेश की। विशिष्ट अतिथि सांगसिंह भाटी ने कहा कि सीमा पर विपरीत परिस्थितियों में मातृभूमि की रक्षा करते हुए देश के लिए शहीदों को पूरा देश सलाम करता है। इस अवसर पर जिला पूर्व सैनिक संस्था के अध्यक्ष सगतसिंह भाटी व सचिव तुलछीसिंह ने आभार जताया। समारोह में अमरसिंह जोगा, पृथ्वीराजसिंह, ओमप्रकाश, पदमसिंह, सगतसिंह, शैतानसिंह, जीवनसिंह, जुगतसिंह सोनू ने सहयोग दिया। मंच संचालन दलपतसिंह भाटी ने किया।