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शहीदों का बलिदान अविस्मरणीय, हर देशवासी कृतज्ञ: बाजोर

सैनिक कल्याण बोर्ड राजस्थान के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजोर ने कहा कि देशवासी शहीदों के बलिदान को कभी भूला नही पाएंगे।

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सैनिक कल्याण बोर्ड राजस्थान के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजोर ने कहा कि देशवासी शहीदों के बलिदान को कभी भूला नही पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे देश के सैनिक अपने प्राणों व अपने परिवार की परवाह किए बिना ही देश रक्षा में जुटे रहते हैं। उन्हीं की बदौलत ही हम लोग चैन की नींद सो पाते है। बाजोर ने कहा कि सैनिकों की वन रैंक, वन पेंशन का पूर्व सैनिकों को अच्छा लाभ हुआ है। बाजोर सोमवार को विजय दिवस के अवसर पर उदयनगर कॉलोनी में आयोजित विजय दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त किए। विजय दिवस समारोह में सर्व प्रथम वीर शहीदों के चित्रों के आगे दीप प्रज्वलित कर और पुष्प हार पहना कर श्रद्धांजलि दी गई। आयोजकों की ओर से मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत व सत्कार किया गया। विजय दिवस समारोह मे वीरांगनाओं गौरव सैनिकों व प्रतिभावान खिलाडिय़ों व छात्र-छात्राओं को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में पृथ्वीराज शर्मा का भी अभिनंदन किया गया।
विशिष्ट अतिथि व जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने कहा कि भारत पाक युद्व 1971 का युद्ध दुनिया का सबसे तेज व निर्णायक युद्व के रूप में माना जाता है। उन्होंने वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि वीर सैनिक शहीदों के बलिदान को हम कभी नहीं भुला सकते। पोकरण विधायक महंत प्रतातपुरी ने कहा कि सैनिक व संत दोनों तपस्वी माने गए हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक की सबसे बडी तपस्या है देश की रक्षा करना, वही संत देश में शांति के लिए तपस्या करता है। उन्होंने देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए वीर शहीदों को नमन किया व सघंर्ष व आत्मबल के साथ जीवन यापन करने वाली माताओं को प्रणाम किया। सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक योगेन्द्रसिंह राठौड़ ने कहा कि 1971 के युद्व में 90 हजार पाक सैनिकों ने हमारे जाबांज सैनिको के सामने घुटने टेक दिए थे।

विजय दिवस को मिले राष्ट्रीय पर्व का दर्जा

उन्होंने कहा कि जैसलमेर की धरती पर भी कई वीर योद्धा पैदा हुए है। इस अवसर पर समाजसेवी सूरजपालसिंह ने 1971 के विजय दिवस को राष्ट्रीय पर्व का दर्जा देने की मांग की। आयोजन में भामाशाह मनोहरसिंह जोधा, सांगसिंह देवड़ा, रूपसिंह खारा तथा सूरजपालसिंह ने व्यवस्थाओं में सहयोग दिया। केन्द्रीय विद्यालय डाबला की छात्राओं ने देश भक्ति की प्रस्तुति दी। छात्रा विष्णु कंवर भाटी ने देश भक्ति पर कविता पेश की। विशिष्ट अतिथि सांगसिंह भाटी ने कहा कि सीमा पर विपरीत परिस्थितियों में मातृभूमि की रक्षा करते हुए देश के लिए शहीदों को पूरा देश सलाम करता है। इस अवसर पर जिला पूर्व सैनिक संस्था के अध्यक्ष सगतसिंह भाटी व सचिव तुलछीसिंह ने आभार जताया। समारोह में अमरसिंह जोगा, पृथ्वीराजसिंह, ओमप्रकाश, पदमसिंह, सगतसिंह, शैतानसिंह, जीवनसिंह, जुगतसिंह सोनू ने सहयोग दिया। मंच संचालन दलपतसिंह भाटी ने किया।