
Patrika news
नियमित जलापूर्ति नहीं होने से बढ़ी परेशानी
फलसूण्ड(जैसलमेर ). भीषण गर्मी के मौसम में क्षेत्र में व्याप्त पेयजल संकट के चलते ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। गौरतबल है कि फलसूण्ड में स्थित बूस्टिंग स्टेशन पर राजमथाई के नलकूपों से पानी की आपूर्ति होती है। यहां से फलसूण्ड व मानासर ग्राम पंचायत के 60 से अधिक गांवों व ढाणियों में जलापूर्ति की जाती है, लेकिन नियमित जलापूर्ति नहीं होने के कारण भीषण गर्मी के मौसम में ग्रामीणों को परेशानी हो रही है।
पानी की आपूर्ति हो रही है कम
भीषण गर्मी की दस्तक के साथ ही राजमथाई से पानी की आपूर्ति हो रही है। जिसके चलते फलसूण्ड बूस्टिंग स्टेशन से पर्याप्त जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में ग्रामीणों को ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदना पड़ रहा है, तो मवेशी पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं।
शुरू नहीं हुए टैंकर
जलदाय विभाग की ओर से प्रतिवर्ष भीषण गर्मी के दौरान टैंकरों से जलापूर्ति की जाती है, लेकिन इस वर्ष अभी तक टैंकरों से जलापूर्ति शुरू नहीं की गई है। हालांकि विभाग की ओर से चार टैंकर लगाए गए है, लेकिन भीषण गर्मी के मौसम में ये टैंकर ऊंट के मुंह में जीरे के समान साबित हो रहे हैं।
यहां व्याप्त है पेयजल संकट
फलसूण्ड के खूमजीरो की ढाणी, भूरसिंह की ढाणी में तीन माह से जलापूर्ति बंद है। इसी प्रकार मानासर के रावतपुरा, लखजीरो की ढाणी, देवड़ों की ढाणी में छह माह से, भुर्जगढ़ ग्राम पंचायत के सभी गांवों व ढाणियों में एक वर्ष से जलापूर्ति नहीं हो रही है। जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानी हो रही है।
व्यर्थ बह गया हजारों लीटर पानी
पोकरण कस्बे के रामदेवसर तालाब के पास शुक्रवार को पाइपलाइन फूट जाने से हजारों लीटर शुद्ध पानी व्यर्थ बह गया। गौरतलब है कि पोकरण-फलसूण्ड पेयजल लिफ्ट परियोजना के बीलिया हेडवक्र्स से एमबी वेल पर पानी की आपूर्ति के लिए पाइपलाइन लगाई गई है। शुक्रवार को रामदेवसर तालाब के उत्तर की तरफ कब्रिस्तान की दीवार के पास पाइपलाइन फूट गई। जिससे तेज फव्वारे के साथ पानी बहने लगा। सुबह फूटी पाइपलाइन से देर शाम तक भी पानी व्यर्थ बह रहा था। एक तरफ भीषण गर्मी के मौसम में जगह-जगह पेयजल संकट की स्थिति बनी हुई है। दूसरी तरफ व्यर्थ बह रहे शुद्ध पानी को रोकने के लिए जलदाय विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया।
Published on:
26 May 2018 07:13 pm
बड़ी खबरें
View Allजैसलमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
