
patrika
रामदेवरा(जैसलमेर). ग्राम पंचायत की ओर से कस्बे की सफाई करने के पश्चात गंदगी व मलबा रामसरोवर तालाब के बरसाती पानी के बहाव क्षेत्र में डाल दिए जाने से रामसरोवर तालाब का पानी प्रदूषित हो रहा है। इससे श्रद्धालुओं की भावना आहत हो रही है। गांव में प्रतिदिन सफाई करने के पश्चात् गंदगी व मलबा सफाई कर्मचारियों की ओर से उठाकर टै्रक्टर ट्रोली में डालकर गांव से बाहर फिकवाया जाता है, लेकिन कुछ समय से रामसरोवर तालाब के आगोर व बरसाती पानी के बहाव क्षेत्र में कूड़ा करकट गन्दगी फेंक दिए जाने से आसपास का वातावरण दुषित हो रहा है। बरसात के दिनों में तेज बारिश के दौरान पानी बहकर रामसरोवर तालाब में आता है। ऐसे में बीच आगोर में पड़ा हजारों टन मलबा व गंदगी भी बहकर तालाब में आकर एकत्रित हो जाती है। कुछ वर्षों से लगातार मलबा सरोवर के पायतन में जमा हो रहा है। इसकी रोकथाम को लेकर समाधि समिति के पदाधिकारियों व ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के सफाई कर्मियों को गंदगी व मलबा गांव से दूर अन्यंत्र कही डालने की मांग की थी। कुछ समय तक सफाई कर्मियों ने कचरा गांव से दूर ले जाकर अवश्य डाला, लेकिन पुन: आगोर में ही डालना शुरू करने से आगोर के चारो तरफ गंदगी बिखरी है।
पशुपालकों को सताने लगा चारे का संकट
-पूर्व सरंपच ने सौंपा ज्ञापन
जैसलमेर. सरहदी जैसलमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भीषण गर्मी के मौसम में पशुपालकों को चारे पानी का संकट सताने लगा है। ग्राम पंचायत तेजमालता के पूर्व सरपंच वीरसिंह भाटी ने इस संबंध में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर असहाय पशुओं के लिए चारा डिप्पो शिविर शुरू करने की मांग की है। ज्ञापन में उन्होंने बताया कि फतहेगढ़ उपखंड क्षेत्र में चारे की भारी कमी के कारण पशु काल का ग्रास बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के देवी कोट, सिरुवा, मोढ़ा, गणेशपुरा, कठोरा, सीतोडऱाई, मेघा, रामा, कोड़ा, सुमलियाई, मूलाना, रासला, लाला, करदा, अचला, भीखसर, डांगरी, लक्ष्मणसर, छोडिय़ां, पवनसार, कोडियासर, फतेहगढ़, रिवड़ी, भींयासर, साजित, निम्बा, हरभा, मंधा, पांचा, कपुरिया, गजसिंह का गांव, बइया, जोगीदास का गांव, अजीतपुरा, झिनझिनयाली, सिहड़ार, अड़ाबाला, छतांगढ़, कोहरा, मेहरोां की ढाणी, लखा, भाडली, छिपासरिया, बोगनियाई में चारा डिप्पो शिविर लगाने की मांग की है।
Published on:
09 May 2018 12:23 pm
बड़ी खबरें
View Allजैसलमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
