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पाकिस्तान से राजस्थान आईं थी दो दुल्हनें, मेहंदी का रंग भी नहीं छूटा, अब छोड़ना पड़ेगा पति का घर, सपने चकनाचूर

Jaisalmer News: करीब डेढ़ साल के इंतजार के बाद दोनों दुल्हनों को अप्रेल 2025 में भारत सरकार ने वीजा जारी किया। दोनों 11 अप्रेल को ही जैसलमेर आईं थी।

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Indian bride

प्रतीकात्मक तस्वीर

केन्द्र सरकार के पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़कर स्वदेश जाने के आदेश के बाद पाकिस्तान में परवान चढ़ी जैसलमेर के दो युवकों की प्रेमकथा एवं बाद में निकाह भी अब आदेशों की भेंट चढ़ गया है। वर्ष 2023 में पाकिस्तान में हुए प्रेम विवाह के बाद दुल्हनों सचुल एवं करमा खातून को जैसलमेर अपने ससुराल आने के 13 दिन बाद ही वापस पाकिस्तान लौटना पड़ रहा है।

घर में उदासी का माहौल

इस आदेश के बाद दोनों दुल्हनों के सपने चकनाचूर हो गए हैं। दुल्हनों के हाथों में लगी मेहंदी का रंग अभी तक पूरा छूटा भी नहीं है कि उनको पीहर भेजने के आदेश आ गए हैं। इसके बाद घर में खुशियों की जगह उदासी का माहौल है। इधर, ये खबर सुनकर एक दुल्हन के पति की तबीयत बिगड़ गई। उसका जोधपुर में इलाज चल रहा है।

उल्लेखनीय है कि जैसलमेर के देवीकोट के रहने वाले चचेरे भाई सालेह मोहम्मद और मुश्ताक अली जुलाई, 2023 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी जिले में अपनी बुआ से मिलने गए थे। वहां उनको करम खातून (21) और सचुल (22) नामक युवतियों से प्यार हो गया।

डेढ़ साल बाद मिला था वीजा

परिवारों की रजामंदी के बाद दोनों का निकाह अगस्त 2023 में करवा दिया गया। निकाह के बाद दोनों दुल्हनों को भारत का वीजा नहीं मिल सका। इस बीच दोनों दूल्हे अपनी दुल्हनों को छोड़कर सितंबर 2023 में भारत लौट आए और वीजा मिलने पर दुल्हनों के ससुराल आने का इंतजार करने लगे। करीब डेढ़ साल के इंतजार के बाद दोनों दुल्हनों को आखिरकार अप्रेल 2025 में भारत सरकार ने वीजा जारी किया। दोनों 11 अप्रेल को जैसलमेर आईं और परिवार के साथ रहने लगीं।

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10 दिन बाद (22 अप्रेल) ही पहलगाम में आतंकी हमला हो गया। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश जारी कर दिया। दुल्हन के ससुर हाजी अब्दुल्ला ने बताया कि दोनों दुल्हनों के भारत आने के बाद उन्होंने दीर्घ अवधि वीजा का आवेदन कर दिया था, लेकिन सरकार का आदेश आने के बाद से पुलिस प्रशासन उन पर दवाब डाल रहा है कि वे इन दोनों को वापस पाकिस्तान भेजें।

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