घटना कोंच कोतवाली के नदीगांव रोड की बताई जा रही है। यहां पर सड़क किनारे कमलेश कुमार कुशवाहा मकान बनाकर अपनी भाई की पत्नी के साथ कई सालों से रह रहे थे। लेकिन कुछ समय से उनका कोई अता-पता नहीं चल रहा था जिसके बारे में अन्य परिजनों ने कमलेश के पुत्र पंकज को औरंगाबाद सूचना दी। इसकी जानकारी मिलने के बाद अपने पिता की तलाश में पंकज अपने मकान पर आया तो उसे पूरा मकान बंद मिला। जिसके जब उसने यहां वहां से देखा लेकिन कोई न दिखाई दिया तो इसकी सूचना पुलिस को दी। इसकी जानकारी मिलते ही कोंच कोतवाली पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंची और उन्होंने दरवाजा खोलने का प्रयास किया लेकिन अंदर से बंद होने के कारण पुलिस को छत पर जाना पड़ा जहां आंगन में उन्हे दो लाशे दिखाई दी साथ ही उन लाशों से बदबू आ रहे थी।
इसको देख पुलिस ने तत्काल सीढ़ियोंं का दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो वह कमलेश और उसकी बहू की लाश थी जिसमें कमलेश फांसी पर लटकर रहा था जबकि उसकी बहू जली हुयी मृत पड़ी थी। दोनों लाशों से बदबू आ रही थी।
दो लाशे एक साथ मिलने की सूचना पर पूरे इलाके में सनसनी फ़ेल गई। इसकी सूचना पर जालौन के एसपी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह फोरेंसिंक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होने आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ की लेकिन पुलिस को इतनी ही जानकारी मिली कि मकान कई दिनों से बंद पड़ा था। इसके बाद पुलिस ने तत्काल शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।
घटना के बारे में मृतक के पुत्र पंकज ने बताया कि वह औरंगाबाद में रहता है और उसके पापा कमलेश चाचा की मृत्यु के बाद चाची के साथ रहने लगे थे। उन्हे सूचना मिली की 4 दिन से पापा का कोई पता नहीं है उसी की जानकारी करने आए थे लेकिन उनकी लाश मिली।
वही इस संबध में जालौन के एसपी अमरेन्द्र प्रसाद का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कह पायेगे। जिसमें एक लाश जली हुयी है दूसरी अधजली है और फांसी पर लटकी थी। उन्होने बताया कि दोनों पति पत्नी नही थे कमलेश अपने भाई की म्रत्यु के बाद उसकी पत्नी के साथ रह रहा था। फिलहाल इस मामले की एक एक बिंदु की जांच की जाएगी।