
India Post: साल भर में 55 लाख श्रद्धालु रामदेवरा पहुंचे, घर बैठे प्रसाद मंगवाया केवल 134 ने
गजेंद्र सिंह दहिया
जालोर. डाक विभाग की ओर से देश के प्रमुख मंदिरों का प्रसाद श्रद्धालुओं को घर बैठे उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई योजना राजस्थान में सफल होती नहीं दिख रही। प्रदेश में अब तक केवल जैसलमेर में रामदेवरा िस्थत बाबा रामदेव मंदिर ही इस योजना में जुड़ा है। ताज्जुब की बात यह है कि एक साल में रामदेवरा से भी केवल 134 श्रद्धालुओं ने घर बैठे स्पीड पोस्ट से प्रसाद मंगवाया है जबकि सालभर में रामदेवरा आने वाले भक्तों की संख्या 55 लाख को पार कर गई। पाली का बल्लालेश्वर गणपति मंदिर प्रदेश का दूसरा मंदिर है जिसने इस योजना में रुचि दिखाई है। आने वाले समय में इसका प्रसाद भी घर बैठे पहुंच सकेगा। उधर सालासर बालाजी मंदिर, देशनोक करणी माता का मंदिर, खाटू श्यामजी का मंदिर, जालोर िस्थत सुंधा माता मंदिर, बांसराड़ा िस्थत त्रिपुर सुंदरी, नाकौड़ा जी, सांवलिया जी, जयपुर िस्थत गोविंद देव जी, मेड़ता का मीरा बाई मंदिर सहित अन्य प्रमुख मंदिर ट्रस्टों ने डाक विभाग की इस योजना में अब तक कोई रुचि नहीं दिखाई है।
251 रुपए में घर बैठे मंगवा सकते हैं बाबा की विभूति
रामदेवरा िस्थत बाबा रामदेव मंदिर ट्रस्ट ने अक्टूबर 2021 में डाक विभाग के साथ प्रति पैकेट 251 रुपए में घर बैठे प्रसाद भेजने का एमओयू किया था। इसके तहत बाबा की ध्वजा, यंत्र और विभूति स्पीड पोस्ट के जरिए घर पर आती है। अब तक केवल 134 श्रद्धालुओं ने ही ऑर्डर दिए हैं।
ऐसे घर पर पहुंचता है प्रसाद
डाक विभाग की इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति योजना से जुड़े मंदिर का प्रसाद मंगाने के लिए निकट के डाकघर आकर उस मूल्य का ऑर्डर फॉर्म भरता है। ऑर्डर फॉर्म के आधार पर मंदिर प्रशासन अथवा ट्रस्ट पैकेट बनाकर तैयार करता है, जिसे डाक विभाग स्पीड पोस्ट के जरिए घर भिजवा देता है
देशभर के 58 मंदिर जुड़े
योजना के तहत अब तक देशभर के 58 मंदिर जुड़े हैं जिनका प्रसाद कोई भी व्यक्ति घर बैठे प्राप्त कर सकता है। इसमें केरल स्थित सबरीमाला, तिरुपति बालाजी, वाराणसी स्थित बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर, उज्जैन का महाकाल मंदिर, सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर, बाबा अमरनाथ मंदिर, शिर्डी के सांई बाबा, कोल्हापुर स्थित महालक्ष्मी मंदिर जैसे देवालय शामिल है। सर्वाधिक 32 मंदिर महाराष्ट्र के हैं। इसके अलावा कर्नाटक के 11, झारखण्ड, जम्मूकश्मीर, उत्तरप्रदेश के दो-दो और आंधप्रदेश, तेलंगाना, केरल, गुजरात, हिमाचलप्रदेश, पश्चिमी बंगाल, तमिलनाडू का एक-एक मंदिर शामिल है।
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हमनें राजस्थान के कई मंदिरों तक एप्रोच की है। सभी ने सकारात्मक जवाब तो दिया लेकिन अब तक केवल रामदेवरा मंदिर ही इस योजना से जुड़ा है।
सचिन किशोर, पोस्टमास्टर जनरल (पश्चिमी क्षेत्र), राजस्थान
Published on:
08 Nov 2022 08:40 am
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