
शराब माफियाओं व आबकारी विभाग की सांठगांठ से अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा है।
भीनमाल. आबकारी विभाग व शराब माफियाओं की सांठ गांठ के चलते क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा है। आबकारी के अनुज्ञाधारी दुकानों पर लोग शराब के मुहमांगे दाम वसूल रहे है। दुकानों पर शराब के दाम अंकित खुदरा मूल्य पर २० से ५० रुपए तक अधिक वसूली की जाती है। इसके अलावा रात 8 बजे बाद भी यह कारोबार जारी है। 8 बजे के बाद जैसी जरुरत वैसे दाम वसूले जाते हैं। शराब माफिया लोगों से मुहंमांगे दाम वसूल कर चांदी काट रहे है। अधिक दाम के वसूली को लेकर आए दिन लोगों से झगड़े भी होते है। यह खेल क्षेत्र में सालों से चल रहा है। इतना कुछ होने के बाद भी आबकारी विभाग के अधिकारी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहे है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में शराब माफियां लोगों से मर्जी मुताबिक दाम वसूल रहे है। आबकारी दुकानों पर अवकाश के दिन व रेट कार्ड भी अंकित होना चाहिए, लेकिन क्षेत्र के एक भी दुकान पर बोर्ड अंकित नहीं है।
दुकानों पर नहीं रेट कार्ड का बोर्ड
आबकारी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आबकारी की अनुज्ञाधारी दुकानों पर शराब के दाम की रेटलिस्ट लगी हुई होनी चाहिए, लेकिन क्षेत्र में एक भी शराब की दुकान पर रेटकार्ड लगा हुआ नहीं है। इसी का फायदा उठाकर शराब माफिया लोगों से मनमर्जी के दाम वसूलते है। आबकारी विभाग के अधिकारी आए दिन इन दुकानों का निरीक्षण करते है, लेकिन उन्हें यह बोर्ड लगा हुआ नहीं दिखाई देता है।
देसी मदिरा पर 50 फिसदी अवैध वसूली
ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश बिकने वाले देशी मदिरा के पव्वों पर शराब माफिया मुहमांगे दाम वसूल रहे है। देसी मदिरा शराब का पव्वा 25 रुपए के दाम पर बिकना चाहिए, लेकिन दुकानों पर शराब माफियां 50 रुपए तक के दाम वसूल रहे है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में देशी मदिरा मजदूर वर्ग के लोग सेवन करते है। इसके अलावा बीयर के 120 रुपए, व्हीस्की पव्वा के 100-110 की जगह 130-140 रुपए के दाम वसूल रहे है।
कार्रवाई करेंगे
क्षेत्र में शराब की दुकानों अधिकृत खुदरा मूल्य से ज्यादा राशि वूसली नहीं करने के लिए कई बार पाबंद किया है। इसके अलावा अनुज्ञाधारी दुकानों के बाहर रेटकार्ड भी लगाए जाएंगे।
सोमराज विश्नोई, आबकारी निरीक्षक-भीनमाल
Published on:
10 Feb 2018 10:52 am
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