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Ukraine : 20 किलोमीटर पैदल चलकर किया बॉर्डर क्रॉस

यूक्रेन से एमबीबीएस की दो छात्राएं घर पहुंची, हालात बताते हुए भावुक हो गई छात्रा

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Ukraine : 20 किलोमीटर पैदल चलकर किया बॉर्डर क्रॉस

Ukraine : 20 किलोमीटर पैदल चलकर किया बॉर्डर क्रॉस

भीनमाल। रूस हमले के दौरान यूक्रेन [ Ukraine ] के कीव शहर में फंसी एमबीबीएस की दो छात्राएं [ two girl students ] रविवार देर शाम को भीनमाल पहुंची। यहां पहुंचने पर परिजनों व रिश्तेदारों ने उनका गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया। वहां के हालात बताते हुए दौरान छात्राएं भावुक हो गई।
उन्होंने पत्रिका के सवाल पर बताया कि वे युद्ध शुरू होने के बाद भी कीव शहर में 5 दिन रुकी। उन्होंने बताया कि पांच दिन के दौरान वे जिस हॉस्टल में ठहरे हुए थे, उसके आस-पास एक किलोमीटर के दायरे में बमबारी हो रही है। हर तरफ धुआ व तेज धमाकों की आवाज सुनाई दे रही थी। खाने व पीने की वस्तुएं भी खत्म हो रही थी। इंडियन एम्बेंसी में कॉल करने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिल रहा था। 28 फरवरी को वह ट्रेन से सलोवाकिया बॉर्डर पर पहुंची एवं सलोवाकिया पहुंचने पर राहत मिली।
वहां पर भारतीय एम्बेंसी ने भी अच्छा माहौल बनाया एवं युवाओं को शीघ्र भारत पहुंचाने के बंदोबस्त करवाने का भरोसा दिलाया। यूके्रन में इन दिनों तेज भी सर्दी रहती है। उसके बाद वहां से भारतीय वायु सेना के विमान से दिल्ली पहुंची। दिल्ली में राजस्थान हॉऊस पर राजस्थान सरकार के मंत्रियों ने स्वागत किया। उनके स्वागत के दौरान युथ फोर नेशन संस्थान के अध्यक्ष दिनेश भट्ट, जगदीश जांणी, प्रकाश जांगू, सतीश सैन, पृथ्वीराज फुलवारिया, इन्द्र वैष्णव, प्रकाश बंजारा, किशन शर्मा, जैसाराम मेघवाल सहित कई लोग मौजूद थे।

भारतीय को ट्रेन में नहीं बैठने दे रहे थे, बड़ी मुश्किल से सवार हुए
आयुषी ने बताया कि भारत व रूस की मित्रता व युद्ध के दौरान अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भारत का तटस्थ रूख के चलते यूके्रन में लोग भारत से काफी नाराज थे। भारतीय को देखते ही विरोध कर थे। सलोवाकिया बॉर्डर पहुंचने के लिए रेलवे स्टेशन पर पहुंचे, तो लोग भारतीय होने से ट्रेन में चढऩे का भी विरोध कर रहे थे। सुबह 11 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचे, लेकिन रात को 11 बजे ट्रेन में चढऩे का मौका मिला। वहां से लविंग से बस के द्वारा सलोवाकिया बॉर्डर की तरफ चहुंचे। 20 किलोमीटर पैदल चलकर बॉर्डर क्रॉस किया।

3 माह पूर्व एबीबीएस करने गई थी दोनों
दरअसल, भीनमाल शहर की आयुषी विश्नोई व क्षेत्र के कूकावास गांव निवासी भावना विश्नोई एबीबीएस की पढ़ाई के लिए 13 दिसम्बर यूके्रन के कीव शहर गई थी। युद्ध की आशंका व तनाव की वजह से बदले हालात में 24 फरवरी को वहां से फ्लाइट के टिकट थे, लेकिन बाद 24 फरवरी को ही रूस ने हवाई हमले शुरू कर दिए। सभी फ्लाइट रद्द हो गई। आयुषी के पिता पुखराज विश्नोई कांग्रेस सेवा दल के जिलाध्यक्ष है व कूकावास निवासी भावना विश्नोई के पिता मांगीलाल विश्नोई कर्नाटक में व्यापार करते है।