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कलक्टर से समझौता, खेद जताने पर माने कर्मचारी

- कलक्टर पर लगाया था अशोभनीय भाषा इस्तेमाल करने का आरोप, विभिन्न स्तर पर वार्ता के बाद मामला शांत

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कलक्टर पर लगाया था अशोभनीय भाषा इस्तेमाल करने का आरोप, विभिन्न स्तर पर वार्ता के बाद मामला शांत

जालोर. कलक्टर पर अशोभनीय भाषा और मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुए विरोध जता रहे कर्मचारियों का विरोध सोमवार को कलक्टर द्वारा खेद प्रकट करने पर शांत हो गया। इससे पहले कलक्टर के विरुद्ध सवेरे कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की और कहा कि उन्हें जो पद प्राप्त हुए है, वे योग्यता से प्राप्त हुए है किसी ने उन्हें खेरात पर नहीं दिए। ऐसे में इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इधर, मामला बिगडऩे पर सोमवार को एसपी विकास शर्मा की मध्यस्थता की और उनसे वार्ता कर समझाइश का प्रयास किया, लेकिन कर्मचारियों ने खेद प्रकट करने की मांग को लेकर विरोध जारी रखा। दोपहर में जिला कलक्टर लक्ष्मीनारायण सोनी द्वारा खेद प्रकट करने पर समझौता हुआ।

https://www.youtube.com/watch?v=_x6JA4sv0Wo&feature=youtu.be

यह था मामला
कलक्टर लक्ष्मीनारायण सोनी के अपने अधीनस्थ कर्मचारियों एवं अधिकारियों के साथ आदतन अभद्र व्यवहार सहित जलील करने की आदत से उपजे आक्रोष पर आठ सितम्बर सायं से शुरू हुऐ आन्दोलन में वार्ता फेल हो जाने के बाद आज प्रात: विभिन्न संगठनों के सैकड़ों कर्मचारी संघर्ष की जाजम पर जुड़ गए। पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा की मध्यस्था में उनके कक्ष में हुई वार्ता में संघर्ष समिति के संयोजक भूराराम मीणा, लसाराम माली, भंवरसिंह बालावत, मो. यूनस, ललितकुमार दवे, भाणाराम बोहरा, रूस्तम अली, दलपतसिंह आर्य, आषीष द्विवेदी एवं ईश्वरलाल शर्मा उपस्थित रहें। पुलिस अधीक्षक से हुई वार्ता में कलक्टर के अभद्र व्यवहार के अनेक दृष्टांतो की प्रस्तुति सहित संघर्ष समिति का आग्रह रहा कि समझौता सद्भावना के साथ हो, कलक्टर अपने कृत्य के लिये सार्वजनिक रूप से खेद प्रकट करे, आंदोलन के फलस्वरूप किसी भी अधिकारी-कर्मचारी के साथ बदले की भावना से कोई कार्यवाही न की जाएं तथा करवाड़ा ग्रामसेवक को निलम्बन से बहाल किया जाए। इस दौरान कलेक्ट्रेट के सामने लगे टेन्ट में कानाराम परमार, दिनेष भट्ट, राजेष भटनागर, अषोक दवे, अष्विनी कुमार श्रीमाली, रामगोपाल विश्नोई, प्रीतम सिंह, कैलाष खत्री, शांतीलाल दवे, गोविन्दसिंह मण्डलावत, अम्बिका प्रसाद तिवारी, षिवदत्त आये, दलाभाई राव, मगनसिंह, केसाराम, अनिल व्यास, मगाराम, शहजाद खां, बसन्त शाह, महेन्द्र बालोत एवं मनोहरंिसह सहित विभिन्न कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन रोहिताश्व कुमार ने किया।
फिर माने कर्मचारी
वार्ता के तीसरे दौर में कलक्टर कक्ष में आन्दोलनरत सभी कर्मचारियों के सामने कलक्टर लक्ष्मीनारायण सोनी ने सहृदयता से सभी के सामने खेद प्रकट किया एवं किसी का विक्टी माइजेषन नहीं करने की बात कहीं। वार्ता सौहार्दपूर्ण वातारण में सम्पन्न हुई। वार्ता के समय कलक्टर कक्ष में पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा एवं पुलिस उप अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित उपस्थित रहे।